माध्यमिक परीक्षा में हो रहे निराशाजनक नतीजों को देखते हुए स्कूल और गणशिक्षा विभाग ने हाईस्कूलों में फोकस कार्यक्रम चलाने का निर्णय लिया है। इसके अंतर्गत 35 प्रतिशत से कम अंक रखकर हाईस्कूल हेतु सेंटअप होने वाले विद्यार्थियों के लिए अतिरिक्त ध्यान देने को कहा गया है। इसके अलावा मेधावी छात्रों के लिए स्वतंत्र कोचिंग की भी व्यवस्था की जाएगी। स्कूल और गणशिक्षा विभाग का मानना है कि सरकारी स्कूलों में पढने वाले विद्यार्थियो को उचित कोचिंग की व्यवस्था न मिलने के फलस्वरूप सरकारी स्कूलों में माध्यमिक परीक्षा परिणाम उत्साहजनक नहीं हो रहे हैं। इसमें सुधार लाने के लिए सरकार विभिन्न विशेषज्ञों की सलाह लेकर अब से नए सिरे से निर्देश जारी करने जा रही है। इसके अनुसार मेट्रीक परीक्षा के लिए सेंटअप होने वाले विद्यार्थी 9 मार्च तक स्कूलों में आएंगे। 35 प्रतिशत से कम रखने वाले विद्यार्थियो को विशेष ध्यान दिया जाएगा। साथ ही हाईस्कूल के हेड़ मास्टर की स्वीकृति मिलने पर 85 प्रतिशतसे अधिक नंबर रखने वाले मेधावी विद्यार्थियो को स्वतंत्र कोचिंग दी जाएगी। ताकि ये मेधावी बच्चे मेट्रीक परीक्षा में टाप 100 विद्यार्थियो में स्थान पा सके। आगामी 1 फरवरी से यह व्यवस्था लागु होगी। स्कूल और गणशिक्षा विभाग सूत्रों से पता चला है कि कोचिंग के लिए अनुभवी शिक्षकों का चयन कार्य पुरा कर लिया गया है। चयन का कार्य साआई एवं ड़ीआई द्वारा किया जाएगा(दैनिक जागरण,भुवनेश्वर,25.1.11)।
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