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28 मई 2010

सीबीएसईः10वीं की परीक्षा में भी लड़कियों का प्रदर्शन बेहतर

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं कक्षा की परीक्षा में लड़कियों ने लड़कों को पीछे छोड़ दिया है और परीक्षा में लड़कों की तुलना में 2.38 प्रतिशत अधिक लड़कियां सफल रही। परीक्षा में पास करने वाले छात्रों के प्रतिशत में इस साल 0.44 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।

सीबीएसई की प्रवक्ता रमा शर्मा ने कहा कि शिक्षा में सुधार और बच्चों को परीक्षा परिणाम के तनाव से मुक्त बनाने की मानव संसाधन विकास मंत्रालय की कवायद के तहत इस साल 10वीं बोर्ड परीक्षा में विशेष रिपोर्ट कार्ड दिया जा रहा है, जिसमें अंक प्रतिशत के स्थान पर ग्रेड और सीजीपीए अंक दर्ज हैं।

इस साल 10वीं कक्षा में छात्रों का पास प्रतिशत 89.28 रहा, जबकि पिछले वर्ष 88.84 प्रतिशत बच्चों सफल रहे थे। 10वीं कक्षा की परीक्षा में लड़कियों का पास प्रतिशत लड़कों से 2.38 प्रतिशत बेहतर रहा। कक्षा 10वीं की परीक्षा में कुल 9,02,747 पंजीकृत छात्रों में 89.28 प्रतिशत छात्र परीक्षा में सफल रहे। इस साल 10वीं बोर्ड परीक्षा में बैठने वाले छात्रों की संख्या में पिछले वर्ष की तुलना में 9.5 प्रतिशत की वद्धि दर्ज की गई है। इस परीक्षा में चेन्नई क्षेत्र का प्रदर्शन अन्य सभी क्षेत्रों की तुलना में बेहतर रहा और इस क्षेत्र से परीक्षा में बैठने वाले छात्रों में 96.18 प्रतिशत सफल रहे।

12वीं बोर्ड परीक्षा में इस साल भी सरकारी स्कूलों के छात्रों का प्रदर्शन अच्छा रहा । इस वर्ष सरकारी स्कूलों के छात्रों का पास प्रतिशत 83.01 प्रतिशत दर्ज किया गया, जो पिछले वर्ष 80.08 प्रतिशत रहा था। इसी प्रकार जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्रों का प्रदर्शन भी बेहतर हुआ जो पिछले वर्ष के 97.84 पास प्रतिशत की तुलना में इस वर्ष 98.54 प्रतिशत दर्ज किया गया।

सरकारी स्कूलों में दिल्ली क्षेत्र के छात्रों का प्रदर्शन भी बेहतर हुआ। यह पिछले वर्ष के 78.16 पास प्रतिशत की तुलना में बढ़कर 80.65 प्रतिशत दर्ज किया गया।

केंद्रीय विद्यालय के छात्रों के प्रदर्शन में इस साल मामूली वृद्धि दर्ज की गई जो पिछले वर्ष के 96.35 प्रतिशत की तुलना में इस वर्ष बढ़कर 96.87 प्रतिशत रही। इसी प्रकार स्वतंत्र स्कूलों, केंद्रीय तिब्बती स्कूलों के छात्रों के प्रदर्शन में मामूली वृद्धि दर्ज की गई। यह पिछले वर्ष 92.77 पास प्रतिशत की तुलना में बढ़कर इस वर्ष 93.37 प्रतिशत दर्ज की गई है।

इस वर्ष पूरक परीक्षा की श्रेणी में 94,364 छात्र रखे गए, जो परीक्षा में बैठने वाले कुल छात्रों का 10.65 प्रतिशत हैं, जबकि पिछले वर्ष 75,249 छात्रों को पूरक परीक्षा की श्रेणी में रखा गया था। सीबीएसई 10वीं बोर्ड परीक्षा में इस साल दिल्ली क्षेत्र से 88.15 प्रतिशत लड़के सफल रहे, जबकि लड़कियों का पास प्रतिशत 90.05 प्रतिशत दर्ज किया गया। इस क्षेत्र से परीक्षा में बैठने वाले छात्रों में 89.04 प्रतिशत छात्र सफल रहे।

दसवीं कक्षा की परीक्षा में इस साल 90.64 प्रतिशत नियमित छात्र सफल रहे, जबकि पिछले वर्ष 90.07 प्रतिशत नियमित छात्र उत्तीर्ण हुए थे। जबकि निजी या पत्राचार के माध्यम से परीक्षा देने वाले छात्रों का पास प्रतिशत घटकर 35.55 प्रतिशत रह गया जो पिछले वर्ष 40.97 प्रतिशत रहा था।

सीबीएसई के एक अधिकारी ने बताया कि इस वर्ष से 10वीं बोर्ड परीक्षा परिणाम के लिए ग्रेडिंग की व्यवस्था अपनायी गई है तथा डी और उससे उपर ग्रेड प्राप्त करने वाले छात्रों को पास होने का प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि परीक्षा में डी या उससे उपर ग्रेड प्राप्त करने वाले छात्र 11वीं कक्षा में नामांकन के योग्य होंगे। सभी छात्रों को प्रदर्शन पत्र दिया जाएगा, जिसमें ग्रेड, ग्रेड प्वायंट और समग्र ग्रेड प्वायंट औसत (सीजीपीए) दर्ज रहेगा।
(हिंदुस्तान लाइव,दिल्ली,28.5.2010)

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