केंद्र सरकार ने पेंशनभोगी पूर्व सैनिकों, सैनिकों की विधवाओं और उनके आश्रितों को उपलब्ध चिकित्सा सुविधा का विस्तार करने के इरादे से १७ चलते फिरते सैन्य चिकित्सा सुविधा केन्द्रों सहित १९९ नए पॉलीक्लीनिक और १५ नए क्षेत्रीय केन्द्र खोलने का फैसला किया है। पूर्व सैनिक अंशदान स्वास्थ्य योजना (ईसीएचएस) के तहत विस्तार कार्यक्रम पर १४१ करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को हुई केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक ने इस बारे में एक प्रस्ताव को मंजूरी दी। स्वास्थ्य योजना के विस्तार के लिए स्वीकृत १४१ करोड़ रुपए की राशि में में से ११८ करोड़ ५२ लाख रुपए पॉलीक्लीनिक के लिए भूमि, निर्माण और चिकित्सा उपकरण आदि खरीदने पर खर्च होंगे। शेष २२ करोड़ २५ लाख रुपए फर्नीचर आदि पर खर्च होंगे। एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि इस विस्तार के बाद देश के ३४३ जिलों में ऐसे पॉलीक्लीनिक की संख्या ४२६ हो जाएगी जिससे सुदूर इलाकों में रहने वाले करीब ३३ लाख पूर्व सैनिकों और उनके परिजनों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिल सकेंगीं। केंद्र सरकार ने इस योजना में नेपाल मूल के पूर्व गोरखा सैनिकों, उनकी विधवाओं एवं उनके आश्रितों को भी शामिल करने का फैसला किया है। सरकार के इस निर्णय से नेपाल में रहने वाले ऐसे एक लाख पूर्व सैनिकों को इसका लाभ होगा।
(नई दुनिया,दिल्ली,27.5.2010)
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