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14 मई 2010

पटना साइंस कॉलेज से इंवायरन्मेंटल साइंस में बीएससी के लिए आवेदन 25 तक

ज पूरी दुनिया पर्यावरण संकट से जूझ रही है। वन्य जीवों के वास स्थान खतरे में हैं। जल तथा वायु प्रदूषण पर तत्काल ध्यान देना जरूरी हो गया है। ऐसी परिस्थिति में पर्यावरण विज्ञान का अध्ययन सामयिक व रोजगारोन्मुखी पाठयक्रमों में काफी लोकप्रिय हो रहा है। इसी के मद्देनजर पटना विश्वविद्यालय के पटना सायंस कालेज में तीन वर्षीय पाठयक्रम का संचालन किया जाता है। इस कोर्स में पर्यावरण की रक्षा तथा उससे संबंधित तमाम जानकारियों से छात्रों को अवगत कराया जाता है। दरअसल ग्लोबल वार्मिग तथा बदलते परिवेश की तकलीफों ने विश्व समुदाय को सोचने के लिए विवश कर दिया है। इसी का नतीजा था कि विश्व के प्रबुद्ध नेताओं ने वाशिंगटन में इससे संबंधित तमाम मुद्दों पर चर्चा की तथा इसके कुप्रभाव से बचने के उपायों पर विचार किया। गौरतलब है कि जब पर्यावरण से जुड़े मुद्दों पर जागरूकता बढ़ेगी तो इस क्षेत्र में विशेषज्ञों की मांग भी बढ़ेगी। ऐसे में कहा जा सकता है कि इससे इस क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करने वाले छात्रों के लिए रोजगार की असीम संभावनाएं मौजूद हैं। वैसे अभ्यर्थी जिन्होंने फिजिक्स, केमिस्ट्री तथा बायोलाजी से इंटर की परीक्षा पास की हो, वे इस कोर्स को कर सकते हैं। एप्लीकेशन फार्म तथा प्रोस्पेक्टस कालेज के बाटनी डिपार्टमेंट से 500 रुपये का डिमांड ड्राफ्ट जो प्राचार्य, पटना सायंस कालेज के नाम देय हो, जमाकर कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है। डाक से आवेदन पत्र प्राप्त करने के इच्छुक अभ्यर्थी को 550 रुपये के डिमांड ड्राफ्ट के साथ स्वलिखित लिफाफा प्रेषित करना चाहिए। आवेदन पत्र 25 मई, 2010 तक जमा किया जा सकता है। इस पाठयक्रम में नामांकन हेतु 11 जून 2010 को 10 बजे से 12 बजे के बीच प्रवेश परीक्षा आयोजित की जायेगी।
कैसे करें तैयारी :
इंवायरन्मेंटल साइंस में नामांकन के इच्छुक अभ्यर्थी को इंटर स्तर के भौतिकी, रसायन, जीव विज्ञान तथा वनस्पति विज्ञान से संबंधित तमाम पाठों को भलीभांति तैयार कर लेना चाहिए। अच्छी तैयारी के लिए वरिष्ठ छात्रों से बातचीत करना अच्छा रहेगा।
अवसर :
भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय के निर्देशानुसार कोई भी उद्योग, कोई भी पावर प्लांट, कोई भी रोड, पुल अथवा विकास संबंधी निर्माण पर्यावरण विशेषज्ञ की अनुमति के बगैर शुरू नहीं किया जा सकता। इस कोर्स में पर्यावरण से संबंधित तमाम पहलुओं से अभ्यर्थियों को अवगत कराया जायेगा तथा अच्छे छात्रों का कैम्पस चयन भी संभव हो सकेगा। सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के अनुसार देश के सभी विश्वविद्यालयों में पर्यावरण विज्ञान की पढ़ाई अनिवार्य कर दी गई है। इस कोर्स को पूरा करने के उपरांत आप औद्योगिक क्षेत्र, कृषि, फूड प्रोसेसिंग, मेडिसीन, बायो एनर्जी, शोध संस्थानों, स्कूलों, कालेजों तथा विश्वविद्यालयों में मनपसंद जॉब पाकर बढि़या आय अर्जित कर सकते हैं।
पता : डिपार्टमेंट आफ बाटनी पटना सायंस कालेज, पटना-5 मोबाइल : 9473240391
(दैनिक जागरण,पटना,14.5.2010)

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