महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा ने प्रबंधन में अंग्रेजी का विकल्प खोजकर इतिहास रचा है। विश्वविद्यालय ने देश में पहली बार एमबीए की परीक्षा हिंदी माध्यम से संपन्न करवाई है। पिछले वर्ष विश्वविद्यालय ने एमबीए और बीबीए पाठ्यक्रम हिंदी माध्यम से शुरू किया था। इस वर्ष विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा केंद्र के अंतर्गत देशभर के विभिन्न केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की गई। दिल्ली, इलाहाबाद, लखनऊ, वाराणसी, मुजफ्फरपुर, रायपुर, मुंबई, जयपुर आदि केंद्रों पर परीक्षा का आयोजन किया गया। इस बार हिंदी माध्यम में देशभर के कुल 269 विद्यार्थियों ने एमबीए की परीक्षा दी। इस संबंध में विश्वविद्यालय के कुलपति विभूति नारायण राय ने कहा कि जिस प्रकार बहुराष्ट्रीय कंपनियां ग्रामीण क्षेत्र में अपनी इकाइयां शुरू कर रही हैं, उससे हिंदी में एमबीए करने वाले छात्रों को रोजगार मिल पाना आसान हो सकेगा।
(दैनिक जागरण,13.5.2010)
(दैनिक जागरण,13.5.2010)
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