12वीं क्लास का रिजल्ट आउट होने के बाद कैंपस काउंट डाउन शुरू हो चुका है। स्टूडेंट्स के पास ऑप्शन की कोई कमी नहीं है, फिर भी एडमिशन को लेकर स्टूडेंट्स के मन में यही उधेड़बुन रहती है कि कहां पर रजिस्ट्रेशन करें, कौन सा कोर्स या कॉलेज चुने। इन कन्फ्यूजन को दूर करने के लिए एनबीटी पिछले तीन साल से स्पेशल कवरेज के जरिए स्टूडेंट्स की मदद कर रहा है।
इस बार भी एनबीटी ने मिशन एडमिशन को लेकर स्पेशल प्लानिंग की है ताकि स्टूडेंट्स को हर छोटी से छोटी इंफर्मेशन मिल सके और उनकी काउंसलिंग भी हो। इस बार भी लाइव चैट, काउंसलिंग सेमिनार के जरिए स्टूडेंट्स को गाइड किया जाएगा, साथ ही स्टूडेंट्स के सवालों का जवाब देने के लिए 30 से अधिक एक्सपर्ट का पैनल भी बनाया गया है। स्टूडेंट्स के जो भी सवाल होंगे, उनका जवाब उन्हें एनबीटी के जरिए मिल सकेगा।
ग्रैजुएशन लेवल पर सबसे अधिक सीटें डीयू में ही हैं। यहां एडमिशन की दौड़ शुरू हो चुकी है और 28 मई से सेंट्रलाइज्ड फॉर्म रिलीज होने के साथ ही कैंपस की रौनक पूरी तरह से लौट आएगी। डीयू में ऐकडेमिक और प्रफेशनल कोर्सेज की कोई कमी नहीं है और स्टूडेंट्स के पास करीब 70 से अधिक पॉपुलर कोर्सेज में एडमिशन का मौका रहेगा। सीबीएसई में इस बार हाई स्कोर करने वाले स्टूडेंट्स का नंबर बढ़ा है लेकिन ग्रैजुएशन लेवल पर डीयू में सीटों का नंबर भी बढ़कर 54 हजार तक पहुंच गया है, जो एक रेकॉर्ड है। डीयू के अलावा गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ (आईपी) यूनिवर्सिटी, जामिया मिल्लिया इस्लामिया, इंजीनियरिंग कोर्सेज के लिए दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (डीटीयू), डिस्टेंस लर्निंग के लिए इंदिरा गांधी नैशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) में भी एडमिशन प्रॉसेस पर स्टूडेंट्स की खास नजर है।
डीयू
डीयू में ग्रैजुएशन लेवल पर ऐकडेमिक कोर्सेज की बात करें तो यहां पर बीकॉम, बीकॉम ऑनर्स, इकनॉमिक्स ऑनर्स, बीए ऑनर्स (इंग्लिश), बीए ऑनर्स (पॉलिटिकल साइंस), मैथ्स आनर्स, बीएससी ऑनर्स (फिजिक्स), बीएससी ऑनर्स (केमिस्ट्री), बीएससी ऑनर्स (स्टेटिक्स), बीएससी ऑनर्स (इलेक्ट्रॉनिक्स), बीएससी ऑनर्स (कंप्यूटर साइंस), बीएससी ऑनर्स (बोटनी), बीएससी ऑनर्स (जूलोजी), बीएससी ऑनर्स (होम साइंस), बीएससी जनरल समेत काफी कोर्सेज हैं, जिनमें एडमिशन के लिए कंपीटिशन देखने को मिलता है।
हालांकि, सबसे अधिक मारामारी कॉमर्स के कोर्सेज में रहती है। नॉर्थ कैंपस के कॉलेजों में तो बीकॉम ऑनर्स व इकनॉमिक्स ऑनर्स में 90 फीसदी से कम वालों का जनरल कैटिगरी में एडमिशन मुश्किल होता है लेकिन कैंपस के बाहर भी अच्छे कॉलेजों की कमी नहीं है। डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. एस. के. विज का कहना है कि कोर्स को सबसे पहले प्राथमिकता दें क्योंकि कोर्स से ही स्टूडेंट्स का करियर बनता है। अगर कॉलेज के फेर में स्टूडेंट्स ने ऐसे कोर्स में एडमिशन ले लिया, जिसे वह पसंद नहीं करता तो फिर मुश्किलें आएंगी। जहां तक प्रफेशनल कोर्सेज की बात है तो डीयू में बीबीएस, बीबीई और बीएफआईए के रूप में तीन पॉपुलर प्रफेशनल कोर्स हैं, हालांकि इन कोर्सेज में रजिस्ट्रेशन प्रॉसेस खत्म हो चुका है और 6 जून को एंट्रेंस टेस्ट है।
12वीं पास करने वाले स्टूडेंट्स अगर टीचिंग लाइन में जाना चाहते हैं तो उनके पास चार साल के बैचलर ऑफ एलिमेंट्री एजुकेशन (बीएलएड) कोर्स का बेहतरीन ऑप्शन है, इस कोर्स में स्टूडेंट्स 24 मई से 9 जून तक अप्लाई कर सकते हैं। इस कोर्स का एंट्रेंस टेस्ट 19 जून को है।
आईपी यूनिवर्सिटी
आईपी यूनिवर्सिटी में सारे प्रफेशनल कोर्स हैं और सीटों की संख्या करीब 20 हजार हैं। हालांकि, सीटों का नंबर बढ़ने के पूरे चांस हैं। अभी यूनिवर्सिटी को दिल्ली सरकार की ओर से ओबीसी रिजर्वेशन के बारे में जानकारी नहीं मिली है कि इस बार कितने कोटा लागू होगा। ओबीसी रिजर्वेशन की तस्वीर साफ होने के बाद बढ़ी सीटों के बारे में भी पता चलेगा। आईपी यूनिवर्सिटी में इस समय एंट्रेंस टेस्ट का प्रॉसेस शुरू हो चुका है। यहां पर सारे एडमिशन टेस्ट के जरिए ही होते हैं। बी.टेक, बीबीए, बीसीए, एमबीए, बीए एलएलबी, बीबीए एलएलबी जैसे कोसेर्ज की सबसे अधिक डिमांड है। 85 फीसदी सीटें दिल्ली स्टूडेंट्स के लिए होती हैं।
डीटीयू
दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (डीटीयू) में एडमिशन प्रॉसेस 26 मई से शुरू हो रहा है। दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग को पिछले साल डीटीयू में तब्दील कर दिया गया था। यहां पर स्टूडेंट्स 21 जून तक अप्लाई कर सकते हैं। बी.टेक की सीटें 910 हैं जबकि एमटेक के रेग्युलर और पार्ट टाइम कोर्सेज को मिलाकर कुल 351 सीटें होती हैं। यहां भी 85 फीसदी सीटें दिल्ली स्टूडेंट्स के लिए हैं।
जामिया मिल्लिया इस्लामिया
जामिया मिल्लिया इस्लामिया में सीटों की संख्या 6 हजार से अधिक हैं। यहां पर ग्रैजुएशन और पोस्ट ग्रैजुएशन लेवल पर ऐकडेमिक और प्रफेशनल कोर्सेज की कोई कमी नहीं है। बी.टेक, बीएससी, बीए, एमएससी के पॉपुलर कोर्सेज हैं। यहां पर एडमिशन एंट्रेंस टेस्ट के जरिए ही होता है।
इग्नू
डिस्टेंस लर्निंग के मामले में इग्नू बेहतर ऑप्शन है। इग्नू के स्टूडेंट्स का नंबर लगातार बढ़ रहा है। यहां पर स्टूडेंट्स जुलाई सेशन के लिए 31 मई तक अप्लाई कर सकते हैं और 15 जून तक 200 रुपये लेट फीस के साथ अप्लाई किया जा सकता है। इग्नू में 350 से अधिक कोर्स हैं।
जेएनयू
जेएनयू में एंट्रेंस टेस्ट का प्रॉसेस खत्म हो चुका है। यहां पर 2000 सीटों पर एडमिशन होता है। हालांकि जेएनयू में अधिकतर दिल्ली के बाहर के स्टूडेंट्स होते हैं।
सीबीएसई रिजल्ट और कैंपस काउंट डाउन
दिल्ली रीजन में र्फस्ट डिविजन पाने वालों की संख्या में अच्छा-खासा इजाफा हुआ है। इस बार कुल 86512 स्टूडेंट्स ने 60 या इससे अधिक फीसदी मार्क्स हासिल किए हैं जबकि पिछले साल यह तादाद 77868 थी। खास बात यह है कि फर्स्ट डिविजन हासिल करने वाले इन स्टूडेंट्स में से काफी स्टूडेंट्स डीयू में एडमिशन के लिए भी अप्लाई करेंगे। इस बार इन स्टूडेंट्स के लिए अच्छा चांस है क्योंकि सीटें बढ़ी हैं और 60 से अधिक नंबर लाने वालों को उम्मीद रखनी चाहिए(नवभारत टाइम्स,दिल्ली,26.5.2010 में भूपेंद्र की रिपोर्ट)
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