विवादों में घिरी उप्र पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एंट्रेंस की काउंसिलिंग कल दोबारा नये सिरे से शुरू हुई। बीती 11 व 12 अप्रैल को हुई पहली काउंसिलिंग के बाद मेडिकल कालेजों में दाखिला ले चुके अभ्यर्थियों ने एक बार फिर काउंसिलिंग में हिस्सा लिया और शांतिपूर्वक सीटें लॉक कीं। हालांकि एक दिन पहले तक काउंसिलिंग के दौरान हंगामे की आशंका जतायी जा रही थी, क्योंकि गुरुवार को अभ्यर्थियों ने दोबारा काउंसिलिंग कराये जाने का विरोध किया था। शुक्रवार को पहली से 500वीं रैंक तक के अभ्यर्थियों को काउंसिलिंग के लिए बुलाया गया था। शनिवार को 501 से आगे की रैंक के अभ्यर्थियों को बुलाया जाएगा। रीफण्ड होगी फीस शुक्रवार को काउंसिलिंग में हिस्सा लेने वाले ज्यादातर अभ्यर्थी ऐसे थे, जो प्रदेश के विभिन्न मेडिकल कालेजों में दाखिला ले चुके हैं। जाहिर है उनकी फीस भी जमा हो चुकी है। चिकित्सा शिक्षा के महानिदेशक डा.सौदान सिंह ने बताया कि दोबारा काउंसिलिंग के साथ ही अभ्यर्थियों की फीस कालेजों में स्थानांतरित कराने की व्यवस्था की जा रही है। चूंकि छत्रपति शाहूजी महाराज चिकित्सा विवि की फीस दूसरे कालेजों की अपेक्षा ज्यादा है, ऐसे में सीसीएमएमयू के बाद अब दूसरी जगह दाखिला पाने वालों की अतिरिक्त फीस अभ्यर्थियों को वापस कर दी जाएगी(दैनिक जागरण,लखनऊ,29.5.2010)।
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