राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के राजस्थान प्री मेडिकल टेस्ट (आरपीएमटी) में 4,279 छात्र काउंसलिंग योग्य पाए गए हैं। परीक्षा में 17,470 छात्र-छात्रा बैठे थे। मेरिट के प्रथम तीन स्थानों पर बीकानेर के छात्रों ने कब्जा जमाया है। अभिजीत बेनीवाल 533 अंकों के साथ पहले तथा आयुष गुप्ता 518 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। रशीद गौरी और महिपाल देवासी ने 504 अंक लेकर संयुक्त रूप से तीसरा स्थान प्राप्त किया है। देवासी बीकानेर के रहने वाले हैं। मेरिट के दस स्थानों में से एक भी छात्रा नहीं है। जयपुर (चौमूं) के राजेंद्र देवंदा ने 500 अंक प्राप्त कर वरीयता सूची में 7वीं रैंक बनाई है। जुलाई मध्य में होने वाली काउंसलिंग के माध्यम से प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस सहित अन्य पाठ्यक्रमों में करीब 800 सीटों पर प्रवेश दिए जाएंगे। राज्य सरकार जल्द ही यूजी एडमिशन बोर्ड की नियुक्ति करेगी और बाद में काउंसलिंग की तिथि और विभिन्न कॉलेजों में सीटों की सही संख्या तय होंगी। मेरिट में ओबीसी के 9 तथा सामान्य वर्ग का एक परीक्षार्थी रहा है।रिजल्ट पर विशेषज्ञों की रायस्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति एवं एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अशोक पनगड़िया का कहना है कि आरपीएमटी के स्तरीय होने के कारण इंटेलीजेंट बच्चे ही सलेक्ट होते हैं। ऐसे में पढ़ाई में कमजोर बच्चे नहीं निकल पाते। वे बताते हैं कि 800 सीटों की तुलना में चार हजार से ऊपर बच्चों का पास होना खराब रिजज्ट नहीं है। आरपीएमटी के संयोजक डॉ. रवींद्र मनोहर बताते हैं कि पिछले साल की तुलना में परिणाम अच्छा रहा है। डॉ. संदीप धीर का मानना है कि सामान्य वर्ग का उत्तीर्णता प्रतिशत 50 प्रतिशत तक होना भी परिणाम अपेक्षाकृत कम रहने का मुख्य कारण है। यह परीक्षा के बेहतर स्तर को भी दर्शाता है।मेडिकल में रुझान बढ़ाने के लिए पॉलिसी बनेगी चिकित्सा मंत्री एमादुद्दीन अहमद खान ने मेडिकल में घटते रुझान पर चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि इस संबंध में सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। पॉलिसी बनाकर जनता से सीधे जुड़े इस फील्ड के प्रति छात्रों को आकषिर्त किया जाएगा। उन्होंने माना कि पिछले कुछ समय में मेडिकल के प्रति छात्रों और अभिभावकों में रुझान कुछ कम हुआ है। खान ने कहा कि विश्वविद्यालय सहित मेडिकल कॉलेजों में खाली पदों को जल्द से जल्द भरा जाएगा(Dainik Bhaskar,Jaipur,15.6.2010)।
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