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19 जून 2010

रेलवे भर्ती में धांधली

देश भर में रेलवे के लिए एक साथ भर्ती करने की रेल मंत्री ममता बनर्जी की योजना पहली ही परीक्षा में पूरी तरह फेल हो गई। सहायक स्टेशन मास्टर और लोको पायलटों की भर्ती के लिए 6 और 13 जून को हुई रेलवे भर्ती बोर्ड की परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली का भंडाफोड़ करते हुए सीबीआई ने आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें मुंबई रेलवे भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष एस.एम. शर्मा का बेटा भी शामिल है। इस भंडाफोड़ से सकते में आए रेलवे ने शर्मा को तत्काल निलंबित करते हुए सीबीआई जांच में हरसंभव मदद करने की घोषणा की है। सीबीआई के अनुसार आरोपियों ने एक साथ भर्ती करने की रेल मंत्रालय की योजना का फायदा उठाते हुए रायपुर से पहले परीक्षा का प्रश्नपत्र निकाला और फिर उसे हैदराबाद, बेंगलूर, मुंबई और कोलकाता समेत कई जगहों पर बेच दिया गया। प्रश्नपत्र लीक करने का काम रायपुर के तत्कालीन अतिरिक्त क्षेत्रीय रेलवे प्रबंधक ए.के. जगन्नाथन ने किया और फिर उसके बेटे सुरजन ने इसे बेचना शुरू कर दिया। सुरजन और एस.एम. शर्मा के बेटे विवेक भारद्वाज ने इसके लिए हैदराबाद, रायपुर, मुंबई और बेंगलूर के कई एजेंटों की सेवाएं लीं। सीबीआई का मानना है इन लोगों ने लगभग 600 परीक्षार्थियों को प्रश्नपत्र बेचा है। सीबीआई की एफआईआर के अनुसार ये लोग अपने एजेंटों की सहायता से भर्ती के इच्छुक लोगों को ढूंढते थे और उनसे साढ़े तीन लाख से लेकर चार लाख रुपये तक में सौदा तय करते थे। इसके बाद एक लाख रुपये अग्रिम लेकर परीक्षा के एक दिन पहले प्रश्नपत्र की प्रति उन्हें दे देते थे। परीक्षा के बाद पूरी रकम वसूलने के लिए वे परीक्षार्थी के मूल प्रमाण पत्र अपने पास रख लेते थे और बाकी रकम मिलने के बाद ही प्रमाण पत्र वापस करते थे। सीबीआई ने अब तक ऐसे 444 प्रमाण पत्र बरामद किए हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इतने बड़े पैमाने पर प्रमाण पत्रों की बरामदगी से साफ है कि घोटाला कितने बड़े स्तर किया गया था। सीबीआई ने इस सिलसिले में ए.के. जगन्नाथन, सुरजन, विवेक भारद्वाज शर्मा, आंध्र प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी ए. कुमारस्वामी के साथ ही रायपुर के एक और हैदराबाद के तीन एजेंटों को भी गिरफ्तार किया है। इस सभी को हैदराबाद की स्थानीय अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। सीबीआई जल्द ही उन्हें पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ करेगी। इस सिलसिले में मारे गए छापे के दौरान सीबीआई को एस.एम. शर्मा के परिवार से जुड़े एक खाते में 60 लाख रुपये मिले। सीबीआई के अनुसार इससे हुई कमाई से विवेक ने हाल ही में पजेरो गाड़ी खरीदी है। जबकि, तत्कालीन एडीआरएम जगन्नाथन के पास से 33.5 लाख रुपये नकद और उसके हैदराबाद स्थित घर से 444 मूल प्रमाण पत्र मिले। यह पूरा घोटाला 6 जून को सहायक लोको पायलट और 13 जून की सहायक स्टेशन मास्टर की भर्ती परीक्षा में हुआ। इस भंडोफोड़ के बाद रेलवे में तत्काल सोलापुर और नागपुर केंद्रों पर हुई इन परीक्षाओं को रद कर दिया है(दैनिक जागरण,पटना,19.6.2010)।

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