हिमाचल प्रदेश के कॉलेजों में साइंस विषय पढ़ रहे छात्रों को नए शैक्षणिक सत्र से ज्यादा फीस चुकानी होगी। सरकार ने साइंस स्टूडेंट्स से लिए जाने वाले प्रति माह चार्जेज बढ़ाने का निर्णय ले लिया है। नई दरों के हिसाब से बॉटनी, जूलॉजी, केमिस्ट्री, फिजिक्स पढ़ने वाले स्टूडेंटस को प्रति माह 20 रुपए देने होंगे, पहले यह फीस 13 रुपए प्रति माह थी।
इसी तरह जियोग्रॉफी, साइकोलॉजी, कर्मशियल आर्ट, पेटिंग, म्यूजिक और प्रेक्टिकल वाले अन्य विषयों की मासिक फीस में भी बढ़ोतरी की गई है। इन विषयों की मासिक फीस पहले दस रुपए प्रतिमाह थी, अब यह फीस 15 रुपए होगी। जियोलॉजी के लिए भी मासिक फीस 10 रुपए से बढ़ाकर 20 रुपए कर दी गई है। कंप्यूटर और इंटरनेट आदि सुविधाओं के लिए भी छात्रों को अतिरिक्तचार्जेज देने हांेगे। इन सुविधाओं के उपयोग के लिए पहले छात्रों से कोई चार्जेज नहीं लिए जाते थे, लेकिन अब इनके लिए छात्रों को 20 रुपए देने हांेगे।
गणित और कॉमर्स के स्टूडेंट्स से कंप्यूटर प्रेक्टिकल के लिए वसूले जाने वाले चार्जेज में भी वृद्धि की गई है और अब इसके लिए प्रति माह 15 रुपए शुल्क वसूला जाएगा। मैग्जीन फंड को भी बढ़ाकर 25 से 50 रुपए किया गया है। एनसीसी फंड के लिए एक रुपए के बदले पांच रुपए लिए जाएंगे। डुप्लीकेट आई कार्ड के लिए भी अब स्टूडेंटस को 10 की जगह 20 रुपए देने होंगे। इसके अलावा हाउस टेस्ट के नाम पर ली जाने वाली फीस को भी 10 से बढ़ाकर 25 रुपए करने का निर्णय लिया गया है।
कल्चरल एक्टिविटी फंड 10 के बदले 20 रुपए होगा। इन कक्षाओं के लिए ली जाने वाली विभिन्न फीसों में वृद्धि के अलावा सरकार ने यह विकल्प भी खुला रखा है कि यदि प्रदेश विश्वविद्यालय परीक्षा से संबधित अन्य फीसांे में भी वृद्धि करता है तो इसके लिए छात्रों को अलग से फीस देनी पड़ेगी, जो इसके अतिरिक्त होगी।
इसी सत्र से प्रभावी
प्रदेश के सभी सरकारी महाविद्यालयों में यह नई दरें इसी सत्र से प्रभावी मानी जाएंगी, जिसके लिए डिप्टी सेक्रेेटरी ऐजुकेशन के माध्यम से सभी प्राचार्यो को आदेश जारी कर दिए गए हैं।
नहीं है ज्यादा
प्रधान शिक्षा सचिव श्रीकांत बाल्दी का मानना है कि सरकारी कालेजों की फीसों व वार्षिक शुल्क में मामूली सी बढ़ोतरी करने का निर्णय लिया गया है। इससे छात्रों पर ज्यादा बोझ नहीं पड़ेगा(दैनिक भास्कर,शिमला,21.6.2010)।
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