राज्य सरकार ने प्रदेश के 777 बीएड कॉलेजों की 90 हजार 430 सीटों पर प्रवेश की इजाजत दे दी है। लेकिन 14 बीएड कॉलेजों की मान्यता समाप्त करने से गत वर्ष के मुकाबले इस मर्तबा करीब 1500 सीटें कम हो गई है। बीएड कॉलेजों में प्रवेश की अधिकृत मंजूरी के बाद जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय ने अगले तीन-चार दिन में पीटीईटी की प्रवेश वरीयता सूची घोषित करने का फैसला किया है। जोधपुर में आरएस टीटी बीएड कॉलेज में प्रवेश पर पाबंदी लगाई गई है।
विश्वविद्यालय को शुक्रवार को राज्य सरकार से पीटीईटी प्रवेश परीक्षा का परिणाम घोषित करने की अधिकृत स्वीकृति मिल गई। शिक्षासत्र 2010-11 के लिए बीएड महाविद्यालयों में प्रवेश के लिए गत 25 अप्रेल को हुई पीटीईटी प्रवेश परीक्षा में एक लाख 82 हजार अभ्यर्थी शामिल हुए। इसका परिणाम 25 मई को घोषित होना था। लेकिन कॉलेजों में सीटों का निर्धारण नहीं होने से गत दो माह से परिणाम अटका हुआ था। विवि का प्रतिनिधि आज अधिकृत आदेश लेकर जोधपुर पहुंचा। इसके बाद पीटीईटी कार्यालय शुक्रवार से ही परिणाम की तैयारी में जुट गया। पीटीईटी समन्वयक प्रो.एके मलिक के अनुसार परिणाम तीन-चार दिन में घोषित कर दिया जाएगा।
गत वर्ष राज्य के करीब 791 बीएड महाविद्यालयों में 91 हजार से अधिक सीटों पर विद्यार्थियों को प्रवेश दिया गया था। सुविधाओं के अभाव एवं अनियमितता के चलते इस बार 14 बीएड कॉलेजों की मान्यता समाप्त की गई है। मलिक के अनुसार कुल 777 बीएड कॉलेजों में से 743 कॉलेजों में 86970 अभ्यर्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। 34 कॉलेजों की 3460 सीटों पर सशर्त प्रवेश की अनुमति दी गई है। इस बार कुल 90 हजार 430 सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। सर्शत अनुमति वाले कॉलेजों को एनसीटीई में 100 रूपए का शपथ पत्र प्रस्तुत कर बताना होगा कि उनके यहां स्वयं के भूखण्ड पर कॉलेज का भवन निर्मित है(राजस्थान पत्रिका,जोधपुर,24.7.2010)।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।