नेशनल असेस्मेंट एंड एक्रिडेशन काउंसिल (नैक) से उच्च शिक्षण संस्थानों को बढ़िया ग्रेंडिंग से ऊंची रैंकिंग पाना अब और महंगा हो गया है। पहले एक संस्थान की अधिकतम एक्रिडेशन फीस तीन लाख रुपए होती थी जो अब पांच लाख रुपए की गई है। कॉलेज और यूनिवर्सिटीज को अब अपना मूल्यांकन करवाने के लिए भी स्वयं नैक को बुलाना होगा। बुलावा न भेजने पर नैक किसी भी संस्थान का मूल्यांकन नहीं करेगी।
किसी भी उच्च शिक्षण संस्थान को एक्रिडेशन लेना उसे अन्य शिक्षण संस्थानों से प्रतिस्पर्धा में बनाए रखने के लिए अनिवार्य होता है। इससे संस्थान को अपने मजबूत और कमजोर पक्षों का पता चलता है, साथ ही नई दिशा और पहचान मिलती है। एक्रिडेशन न होने पर संस्थान दिशाहीन होता है और उसमें स्टडी और रिसर्च करने वालों को भी पहचान नहीं मिल पाती। शिक्षकों को भी इसका नुकसान उठाना पड़ता है। भारत में 349 यूनिवर्सिटीज, 5000 से अधिक कॉलेज और 700 टीचर ट्रेनिंग कॉलेज है। इनमें से मात्र 10 फीसदी संस्थान ही नैक से एक्रिडेशन प्राप्त है।
बंगलुरू स्थित नैक के निदेशक प्रो. एचए रंगनाथ ने कहा कि हम अब किसी संस्थान में जाकर उसके इंफ्रास्ट्रक्चर और अन्य संसाधनों को नहीं देखेंगे। अगर किसी संस्थान को आवश्यकता होगी तो उसे नए फार्मेट के मुताबिक आवेदन करना होगा उसके बाद ही उस पर अमल होगा। उन्होंने कहा कि एक्रिडेशन को नया फी—स्ट्रक्चर जुलाई 2010 से लागू होगा। जुलाई के बाद आवेदन करने वाले सभी संस्थानों को रिवाइज्ड फी—स्ट्रक्चर के अनुसार फी चुकानी होगी।
तीन चरणों पर चलेगी प्रक्रिया
पहले चरण में संस्थान को नैक से इंस्टीट्यूशनल इलिजीबलिटी फॉर क्वालिटी असेस्मेंट (आईईक्यूए) सर्टिफिकेट लेना होगा। आईईक्यूए सर्टिफिकेट मिलने पर ही आगे की प्रक्रिया चलेगी। कमियां होने पर नैक इन्हें दूर करने के लिए संस्थान को कुछ समय भी दे सकती है। दूसरे चरण में संस्थान नैक को अपनी सेल्फ स्टडी रिपरेट भेजेगा। इस रिपरेट का विश्लेषण करने के बाद नैक अपनी टीम संस्थान का दौरा करने के लिए भेजती है। टीम संस्थान द्वारा पहले भेजी की सेल्फ स्टडी रिपोर्ट की सत्यता जांच कर उसकी ग्रेडिंग करती है। नैक की टीम के असेस्मेंट का आधार संस्थान की कैरीकुलर एक्टीविटी, रिसर्च, टीचिंग इवेल्यूएशन, स्टूडेंट्स स्परेट, गवर्नेंस, लीडरशिप और इनोवेटिव आईडिया रहते हैं।
नैक का रिवाइज्ड फी स्ट्रक्चर
संस्थान-वर्तमान-नया
यूनिवर्सिटी चार विभागों तक 75,000 रुपए एक लाख रुपए
चार से अधिक 7, 500 प्रति विभाग 15,000 प्रति विभाग
दस विभाग से अधिक 1, 20,000 +5000 प्रति विभाग 1, 90,000 +10,000 प्रति विभाग
सामान्य कॉलेज (मल्टी फैकल्टी) 50,000 रुपए 75,000 रुपए
कॉलेज लॉ, इंजीनियरिंग सहित 25,000 रुपए 50,000 रुपए
टीचर एजूकेशन इंस्टीट्यूशन 25, 000 रुपए 50,000 रुपए
टीचर एजूकेशन डिपार्टमेंट 15,000 रुपए 25,000 रुपए(दैनिक भास्कर,रांची,26.7.2010)
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