कोटा विश्वविद्यालय ने इस बार परीक्षाएं करवाने और परिणाम जारी करने की जल्दीबाजी में एक पाठ्यक्रम की परीक्षाएं करवाना ही भूल गए। विश्वविद्यालय में गत वर्ष ही शुरू हुए लाइव स्टोक एण्ड डेयरी पाठ्यक्रम में यह सब हुआ। विश्वविद्यालय ने गत वर्ष इसे शुरू करने के लिए आवेदन मांगे तो शहर के एक कॉलेज ने आवेदन कर दिया। इस पाठ्यक्रम में कॉलेज में 17 विद्यार्थियों ने प्रवेश भी ले लिया। कॉलेज ने पाठ्यक्रम का शुल्क जमा कराने व अन्य औपचाकिताएं पूरी कर ली। लेकिन विश्वविद्यालय पाठ्यक्रम शुरू करने के बाद इसकी सुध नहीं ली।
पिछले दिनों विश्वविद्यालय ने बीए के अन्य विषयों की परीक्षाओं की समय सारिणी घोषित की तो उसमें इस विषय का नाम नहीं था। अन्य विषयों की परीक्षाएं हो गई और उनके परिणाम भी आ गई, लेकिन इस पाठ्यक्रम के विद्यार्थी परीक्षा का इंतजार ही करते रहे। परेशान विद्यार्थियों ने पिछले दिनों हल्ला मचाया तो विश्वविद्यालय हरकत में आया। अब इस पाठ्यक्रम की परीक्षा पूरक परीक्षाओं के साथ होगी।
समस्याएं ये भी
विश्वविद्यालय सूत्रों के अनुसान यह पाठ्यक्रम पशुधन व डेयरी के मामलों से जुडा हुआ है। ऎसे में बोर्ड ऑफ स्टडीज और निरीक्षण के लिए वेटनरी कॉलेज और संबंधित क्षेत्रों से जुडे विशेषज्ञों को जिम्मेदारी दी जानी थी। कुछ अधिकारियों को चिह्नित कर जिम्मेदारी दी गई, लेकिन उन्होंने निरीक्षण समय पर नहीं किया। इससे प्रक्रिया में देरी होती चली गई। निरीक्षण रिपोर्ट नहीं से पाठ्यक्रम के संचालन को लेकर असमंजस चलता रहा, इस कारण परीक्षाएं भी समय पर नहीं हो सकी।
यह है पाठ्यक्रम
विश्वविद्यालय लाइव स्टोक एण्ड डेयरी पाठ्यक्रम में पशुधन और डेयरी व्यवसाय के बारे में अध्ययन करवा रहा है। इसमें पशुधन के पालन के तरीके और दुग्ध उत्पादों की गुणवत्ता के बारे में जानकारी दी गई है।
'' पाठ्यक्रम कुछ हटकर होने के कारण कमेटियां बनाने व निरीक्षण करवाने में परेशानी आई। अब इन विद्यार्थियों की परीक्षाएं पूरक परीक्षाओं के साथ करवाई जाएंगी। - प्रो.के.सी.गोयल, परीक्षा नियंत्रक, कोटा विश्वविद्यालय(राजस्थान पत्रिका,कोटा,24.7.2010)
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