दिल्ली विश्वविद्यालय में सेमेस्टर सिस्टम पर प्रशासन और शिक्षकों के बीच अभी कोई समझौता नहीं हो पाया है। दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ का तर्क है कि कॉलेजों में इसे लागू करने के लिए संसाधन नहीं है। इसके अलावा प्रशासन ने इस सिस्टम को कायदे कानून को ताक पर रखकर अमलीजामा पहनाया है। हाईकोर्ट ने इस मुद्दे को दोनों पक्षों को मध्यस्थता से हल करने को कहा था। हालांकि अदालत में मध्यस्थता के बावजूद कोई रिजल्ट नहीं निकल पाया है। उधर इस मुद्दे पर कुलपति प्रो दीपक पेंटल ने साफ कहा है कि सेमेस्टर के हिसाब से तैयार किए गये संशोधित कोर्स पर कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने कहा कि हम अपने निर्णय पर स्थिर हैं। नया संशोधित कोर्स काफी प्रयास के बाद तैयार किया गया है। शिक्षकों के पास अब कोई विकल्प नहीं है। आंदोलित शिक्षकों को समझाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि ज्यादातर शिक्षक इसे पढ़ाने को तैयार हो गए हैं। लेकिन कुछ लोग इसमें भ्रम पैदा कर रहे हैं। हाईकोर्ट में इस मामले में अगली सुनवाई २६ मई को रखी गई है(नई दुनिया,दिल्ली,24.7.2010)।
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