रैगिंग होने पर छात्र व कॉलेज दोनों कार्रवाई के दायरे में आएंगे। यूपीटीयू के कॉलेजों को निर्देश जारी करने के साथ ही कॉलेज प्रबंधन इंटरनल एंटी रैगिंग कमेटी बनाने में जुट गए हैं। एंटी रैगिंग कमेटी में एचओडी व सीनियर्स दोनों को शामिल किया गया है। दोनों अलग-अलग कमेटी के तहत रैगिंग करने वाले छात्रों पर नजर रखेंगे। यूपीटीयू के निर्देशों को अनदेखा करने पर कॉलेजों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए कॉलेज प्रबंधन एंटी रैगिंग कमेटी का गठन कर रहा है। आठ अगस्त से शुरू होने वाले नए सत्र से पहले कमेटी के सदस्यों को कार्यभार दे दिया जाएगा। एंटी रैगिंग कमेटी एचओडी, फैकल्टी मेंबर व सीनियर्स तीनों के सहयोग से बनाई जा रही है। सेक्टर-62 स्थित जेएसएस कॉलेज के डीन प्रोफेसर आरबी शर्मा ने बताया कि इंटरनल रैगिंग कमेटी मुख्य रूप से एचओडी के दिशा निर्देश में काम करेगी। एंटी रैगिंग स्क्वायड में फैकल्टी मेंबर को शामिल किया जा रहा है। इसके अलावा एंटी रैगिंग स्टूडेंट कमेटी का गठन भी कॉलेज में किया जा रहा है।
इस कमेटी में बीटेक चतुर्थ वर्ष के छात्र शामिल रहेंगे। कॉलेज कैंपस में एचओडी व फैकल्टी मेंबर व उसके बाहर एंटी रैगिंग स्टूडेंट कमेटी के छात्र नजर रखेंगे। ग्रेटर नोएडा स्थित जीएनआईटी के निदेशक डॉ. एसएन सरन ने बताया कि जिला स्तर पर कमेटी का गठन होने के बाद अब कॉलेज स्तर पर एंटी रैगिंग कमेटी गठित की जा रही है(हिंदुस्तान,नोएडा,26.7.2010)।
मुख्य समाचारः
26 जुलाई 2010
यूपीटीयूःएचओडी व सीनियर एंटी रैगिंग टीम में
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।