शिक्षा के क्षेत्र में आएं दिन जारी सुधारों के बीच गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (आईपी यूनिवर्सिटी) ने भी एक कदम आगे बढ़ाया है। विश्वविद्यालय में पहली बार पाठ्यक्रम निर्धारण में छात्रों व पाठ्यक्रम से जुड़े विशेषज्ञ प्रोफेशनल्स को महत्व दिया जा रहा है।
जी हां, विश्वविद्यालय में आगामी 16 अगस्त से शुरू हो रहे नए सत्र के साथ ही मीडिया पाठ्यक्रमों के कायाकल्प का काम भी शुरू हो रहा है। पहली बार फैकल्टी के बजाए पाठ्यक्रम निर्धारण में छात्रों की सलाह को खासा महत्व दिया जा रहा है। यानी अब छात्र तय करेंगे कि उन्हें क्या पढ़ना है। आईपी यूनिवर्सिटी के डीन छात्र कल्याण व मीडिया सेंटर के डीन प्रो. अनूप बेनीवाल का कहना है कि विभाग को नया रूप देने के साथ-साथ अब पाठ्यक्रमों को नया रूप देने का काम भी शुरू कर दिया गया है।
इस मुहिम के तहत विवि में उपलब्ध तमाम मीडिया पाठ्यक्रमों को नए सिरे से नवीनीकृत किया जाएगा और मौजूदा समय की मांग को ध्यान में रखते हुए नए-नए अध्यायों को शामिल किया जाएगा। ताकि छात्र-छात्राओं को खासा लाभ मिल सके।
प्रो. बेनीवाल ने बताया कि पाठ्यक्रमों के नवीनीकरण की प्रक्रिया में छात्रों और मीडिया क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों को सीधे तौर पर शामिल किया जा रहा है। छात्रों से पूछा जाएगा कि वे मौजूदा पाठ्यक्रमों में क्या और क्यों सुधार चाहते हैं। इन सुझावों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। वहीं, इसके लिए मीडिया सेमिनार भी आयोजित किए जाएंगे। इसमें मीडिया की दिग्गजों को बुलाया जाएगा और उनसे भी नए पाठ्यक्रमों को तैयार करने के लिए आवश्यक सुझाव लिए जाएंगे(दैनिक भास्कर,दिल्ली,5.8.2010)।
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