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06 अगस्त 2010

राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालयःविदेशों से जुड़ेंगे छात्र

ग्वालियर का राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय इस सत्र से स्टूडेंट्स को वोकेशनल ट्रेनिंग की सुविधा उपलब्ध कराने पर विचार कर रहा है। इस ट्रेनिंग प्रोग्राम का नाम ग्लोबल स्किल डवलपमेंट सेंटर होगा। इसके अंतर्गत स्टूडेंट्स को भारतीय इंडस्ट्री के साथ-साथ विदेशों के संस्थान और इंडस्ट्री से जुड़ने का मौका मिलेगा।


इस योजना के लिए सेंटर फॉर रिसर्च एंड इंडस्ट्रीयल स्टॉफ परफोरमेंस(क्रिस्प) को चुना गया है, जो इस ट्रेनिंग के लिए आरजीपीवी के साथ मिलकर स्टूडेंट्स को यह सुविधा उपलब्ध कराएगी।


आरजीपीवी द्वारा शुरू किए जा रहे वोकेशनल ट्रेनिंग प्रोग्राम को लेकर प्रोफार्मा तैयार किया जा रहा है जिसमें कई देशों को भी इसके अंतर्गत जोड़ा जाएगा। साथ ही कई इंडस्ट्री भी इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में शामिल होंगी। अनुमान है कि आरजीपीवी द्वारा यह सुविधा दिसम्बर माह तक स्टूडेंट्स को मिलने लगेगी।


प्रदेश के लोग भी होंगे शामिल


इसके अंतर्गत अन्य संस्थानों में पढ़ रहे स्टूडेंट्स और प्रदेश के लोग भी इसका लाभ उठा सकेंगे। फर्म में काम करने वाले लोग भी इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में भाग ले सकते हैं।


योग्यता के आधार पर होगा चयन


वोकेशनल ट्रेनिंग प्रोग्राम में स्टूडेंट्स का चयन योग्यता के आधार पर किया जाएगा। इसमें स्टूडेंट को एक डेमोंस्ट्रेशन देना होगा तभी वह इस प्रोग्राम में भाग ले सकता है। विदेशों से होगा टॉइअप आरजीपीवी द्वारा शुरू किए जा रहे इस वोकेशनल ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए जहां भारत के कई संस्थान और इंडस्ट्री काम करेंगी वहीं यूनाइटेड नेशन डवलपमेंट प्रोग्राम(यूएनडीपी) की तर्ज पर भी काम किया जाएगा। वर्ल्ड बैंक भी इसमें मुख्य भूमिका में शामिल रहेगा।


इन देशों की तर्ज पर होगा प्रोग्राम


जर्मनी, जापान, फ्रांस, यूके, सिंगापुर, मलेशिया और थाईलैंड में भी यह प्रोग्राम एक बड़े स्तर पर चल रहा है। इसी की तर्ज पर आरजीपीवी भी भारत में स्टूडेंट्स और अन्य लोगों के लिए यह प्रोग्राम शुरू करने की तैयारी कर रहा है। पढ़ाई के साथ स्टूडेंट्स में क्वालिटी इम्प्रूवमेंट करने और विदेश की तर्ज पर जानकारी देने के लिए यह वोकेशनल ट्रेनिंग का प्रोग्राम क्रिस्प के साथ मिलकर शुरू किया जा रहा है। हालांकि इस प्रोग्राम पर अभी सिर्फ स्कीम तैयार की गई है ।


पीयूष त्रिवेदी, कुलपति,आरजीपीवी


बाहरी लोगों के लिए होगी फीस इसमें भाग लेने वाले बाहरी लोगों को कुछ फीस वहन करनी होगी। अभी तक आरजीपीवी द्वारा फीस की राशि निर्धारित नहीं की गई है। बहुत जल्द निर्धारण हो जाएगा। आरजीपीवी के स्टूडेंट्स के लिए यह सुविधा बिल्कुल फ्री रहेगी। वे कभी भी इस सुविधा का उपयोग कर सकते हैं।


तीन तरह से होगी ट्रेनिंग


स्टूडेंट्स ऑनलाइन, प्रैक्टिकली (एनिमेशन) और इंडस्ट्री के माध्यम से प्रैक्टिकली जानकारी ले सकेंगे। आरजीपीवी कई इंडस्ट्री से टॉयअप भी करेगा। जहां स्टूडेंट्स को इस ट्रेनिंग का एक पार्ट सिखाया जाएगा। थ्योरिटीकल पार्ट इंस्टीट्यूट में समझाया जाएगा।


क्वालिटी है उद्देश्य


इस प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य क्वालिटी इंम्प्रूवमेंट करना है। इसमें स्टूडेंट्स को जहां थ्योरीटीकल नॉलेज मिलेगी, वहीं प्रैक्टिकली जानकारी भी मिलेगी, जिससे वह कहीं भी जॉब करने में समर्थ रहेगा। इसके साथ ही इस ट्रेनिंग प्रोग्राम के अंतर्गत काम के स्टैंडर्ड का विशेष ध्यान रखा जाएगा।


आरजीपीवी द्वारा तैयार किए गए वोकेशनल ट्रेनिंग प्रोग्राम की जिम्मेदारी क्रिस्प को सौंपी जा रही है, जिसमें क्रिस्प पूरी तरह स्कीम तैयार कर चुका है। बहुत ही जल्द आरजीपीवी इस प्रोग्राम को लेकर कदम उठाएगा। स्टूडेंट्स के लिए विशेष फायदेमंद होगा।

मुकेश शर्मा,सीईओ,क्रिस्प(दैनिक भास्कर,ग्वालियर,6.8.2010)

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