मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को दिल्ली में केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार से इस संबंध में भेंट की थी। श्री पवार ने मुख्यमंत्री को पूरा आश्वासन दिया कि यह केंद्र वहीं खोला जाएगा।
भेंट के समय राज्य के पशुपालन मंत्री अजय विश्नोई भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्री पवार को बताया कि राज्य में 11 एग्रो क्लाइमेटिक जोन हैं जिससे गेहूं और मक्का अनुसंधान केंद्र को इनकी वैरायटी के विकास में अच्छी सुविधा मिलेगी।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को अनुसंधान केंद्र की स्थापना के संबंध में सीआई एमएमवाईटी के साउथ एशिया के महानिदेशक डॉ. थॉमस लुम्किन के नेतृत्व में विशेषज्ञों के एक दल ने जबलपुर के निकट जहां अनुसंधान केंद्र की स्थापना होनी है, वहां का निरीक्षण किया था जिसे दल ने बहुत उपयोगी बताया।
इसके अलावा राज्य के दो कृषि विश्वविद्यालयों के वैज्ञानिकों से भी इस केंद्र को बहुत सहयोग मिलेगा। केंद्रीय कृषि मंत्री पवार के अलावा मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृहमंत्री पी. चिदंबरम से भेंट कर राज्य विधानसभा द्वारा पारित मध्यप्रदेश आतंकवादी एवं अनुच्छेद क गतिविधि एवं संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम 2010 को केंद्र सरकार की स्वीकृति प्रदान करने का अनुरोध किया।
यह विधेयक स्वीकृति के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय में लंबित पड़ा है(एच.एस.सारस्वत,दैनिक भास्कर,नई दिल्ली,6.8.2010)।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।