झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) द्वारा तृतीय सिविल सेवा परीक्षा का रिजल्ट एक माह पूर्व जारी कर दिया गया. राज्य सरकार ने प्रशासनिक सेवा के उम्मीदवारों का प्रमाण-पत्र जांच कर उन्हें प्रशिक्षण के लिए विभिन्न जगहों पर पदस्थापित भी कर दिया है.
जबकि दूसरी तरफ इसी परीक्षा से पास हुए निबंधन सेवा व वित्त सेवा के उम्मीदवार पोस्टिंग के लिए भटक रहे हैं. सचिवालय जाने पर भी उन्हें कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिल रहा है. निबंधन सेवा के लगभग 15 उम्मीदवार हैं.
इसी प्रकार 50 से अधिक सहकारिता प्रसार पदाधिकारी व वरीय अंकेक्षण पदाधिकारी की नियुक्ति की अनुशंसा आयोग द्वारा दो माह पूर्व कर दी गयी है, लेकिन अभी तक इन उम्मीदवारों की पोस्टिंग नहीं की जा सकी है. इन उम्मीदवारों का कहना है कि आयोग द्वारा पहले ही विलंब से परीक्षा ली गयी और रिजल्ट प्रकाशित किया गया. अब पोस्टिंग में देर की जा रही है. आयु भी बढ़ रही है.
बताया जाता है कि निगरानी द्वारा जेपीएससी की विभिन्न परीक्षाओं में गड़बड़ी उजागर होने से वर्तमान परीक्षा में उत्तीर्ण उम्मीदवारों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. आयोग द्वारा अभी तक उत्क्रमित हाई स्कूलों में 2050 शिक्षकों की नियुक्ति के लिए परीक्षा नहीं ली जा सकी है. वहीं रांची विवि व कोल्हान विवि में अधिकारियों की नियुक्ति प्रक्रिया भी ठंडे बस्ते में डाल दी गयी है. राज्य के विभिन्न कॉलेजों में प्राचार्यो की नियुक्ति प्रक्रिया भी लटकी हुई है.
आयोग से मिली जानकारी के अनुसार विवि अधिकारियों व कॉलेज प्राचार्यो के साक्षात्कार के लिए विशेषज्ञों की सूची तैयार कर ली गयी है. शीघ्र ही साक्षात्कार की प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी(प्रभात खबर,रांची,19.9.2010).
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