जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) को नया कुलपति कब मिलेगा, अब यह सवाल शिक्षकों और छात्रों की ओर से उठने लगा है। इसी साल 30 जून को जेएनयू के कुलपति प्रो. बी.बी.भट्टाचार्य का कार्यकाल खत्म हो गया है। हालांकि इससे पहले ही जेएनयू की एग्जिक्यूटिव काउंसिल ने नए कुलपति के चयन के लिए बनने वाली सर्च कमेटी के लिए दो नाम मानव संसाधन विकास मंत्रालय को भेज दिए थे। तीन सदस्यीय कमेटी में अध्यक्ष का मनोनयन मंत्रालय द्वारा किया जाता है, लेकिन छह माह बीतने के बाद भी अभी तक सर्च कमेटी के अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं की गई है। प्रो. भट्टाचार्य 30 जून 2005 को जेएनयू के कुलपति बने थे। जेएनयू में अप्रैल में हुई एग्जिक्यूटिव काउंसिल की हुई महत्वपूर्ण बैठक में तीन सदस्यीय सर्च कमेटी के लिए दो नामों को अंतिम रूप से मंजूरी दे दी गई। इनमें बेंगलूर स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस के निदेशक प्रो. पी. बलराम और प्रसिद्ध अर्थशास्त्री प्रो. नितिन देसाई शामिल हैं। इन नामों को जेएनयू की ओर से मानव संसाधन विकास मंत्रालय को भेजा गया, लेकिन शिक्षकों और छात्रों का कहना है कि कुलपति को फायदा पहुंचाने के लिए मंत्रालय सर्च कमेटी के लिए अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं कर रहा है। इसी साल मई माह में कैंपस में करवाए गए जनमत सर्वेक्षण में भी सामने आया था कि मौजूदा कुलपति छात्रों के बीच लोकप्रियता खो चुके हैं। उधर, जेएनयू के मुख्य सलाहकार प्रो. रामाधिकारी ने कहा कि जेएनयू के संविधान के अनुसार जब तक विश्वविद्यालय में नया कुलपति पदभार नहीं संभालता है तब तक वहीं कुलपति अपने पद पर बने रह सकते हैं। उन्होंने कहा कि सर्च कमेटी के लिए नाम मंत्रालय को जेएनयू की ओर से भेजे जा चुके हैं(दैनिक जागरण,दिल्ली,17.9.2010)।
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