शिवसेना के विरोध के बाद मुंबई यूनिवर्सिटी ने बीए द्वितीय वर्ष के पाठ्यक्रम से एक पुस्तक को हटाने का आश्वासन दिया है। शिवसेना का कहना है कि इस पुस्तक में मराठियों के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया गया है। शिवसेना के मुताबिक, यूनिवर्सिटी के कुलपति राजन वेलुकर ने पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को आश्वासन दिया है कि पुस्तक ‘सच अ लांग जर्नी’ को पाठ्यक्रम से हटा दिया जाएगा। पार्टी की छात्र इकाई भारतीय विद्यार्थी सेना ने मंगलवार को इस पुस्तक की प्रति जलाकर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी थी।
पुस्तक को इसी साल पाठ्यक्रम में शामिल किया गया था। शिवसेना का आरोप है कि पुस्तक में मराठी भाषी लोगों के खिलाफ अश्लील शब्दों का इस्तेमाल किया गया है और अभद्र टिप्पणी की गई है। इसके अलावा किसी का नाम न लेते हुए एक मराठा नेता का उल्लेख करते हुए परोक्ष रूप से शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे पर भी टिप्पणी की गई है।
भारतीय विद्यार्थी सेना के कार्यकर्ताओं ने मुंबई यूनिवर्सिटी के गेट के समक्ष और शहर में कुछ अन्य स्थानों पर इस पुस्तक की प्रतियां जलाईं थी(दैनिक भास्कर,मुंबई,16.9.2010)।
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