राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की कक्षा 9 से 12वीं तक की पाठ्य पुस्तकें शीघ्र ही राजस्थान राज्य पाठ्य पुस्तक मंडल जयपुर छपवाएगा। अब तक किताबें छपवाने की जिम्मेदारी माध्यमिक शिक्षा बोर्ड पर थी। पिछले दिनों जयपुर में हुई उच्च स्तरीय बैठक में बोर्ड ने भी किताबों का प्रकाशन कार्य मंडल को देने पर सहमति जता दी।
सूत्रों के अनुसार राज्य सरकार चाहती है कि कक्षा एक से 12वीं तक की सभी किताबों का प्रकाशन एक ही स्थान से हो। राजस्थान राज्य पाठ्य पुस्तक मंडल की स्थापना का मूल उद्देश्य भी किताबों का प्रकाशन ही था। लेकिन स्थापना के बाद से मंडल के पास सिर्फ कक्षा एक से आठवीं तक की किताबों के प्रकाशन का काम रहा। कक्षा 9 से 12वीं तक की किताबें माध्यमिक शिक्षा बोर्ड छपवाता रहा। अब सरकार ने किताबों का प्रकाशन एक ही स्थान से करने की तैयारी कर ली है। पिछले दिनों जयपुर में शिक्षा मंत्री भंवरलाल मेघवाल, बोर्ड अध्यक्ष डॉ. सुभाष गर्ग तथा विभाग के आला अफसरों की बैठक में इस पर सहमति बनी। इस संबंध में शीघ्र ही आदेश जारी कर दिए जाएंगे।
करोडों का घाटा
सरकार के इस फैसले से राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को सालाना करीब 3 से 4 करोड रूपए का घाटा होगा। किताबों के विक्रय से बोर्ड को यह राशि मिलती है। हालांकि बोर्ड की ओर से इसी सत्र से बढाए गए परीक्षा शुल्क से इस घाटे की भरपाई हो सकेगी।
कायम रहेगी प्रकाशन शाखा
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में प्रकाशन शाखा का अस्तित्व कायम रहेगा। कॉपी, प्रश्न-पत्र तथा बोर्ड जर्नल्स इसी शाखा के जरिए जाएंगे।
राज्य सरकार जो भी आदेश देगी, वह मंजूर होगा। फिलहाल हमें किताबें मंडल से छपवाने को लेकर कोई आदेश नहीं मिला है।
मिरजू राम शर्मा, सचिव, शिक्षा बोर्ड
(राजस्थान पत्रिका,अजमेर,19.9.2010)
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