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03 सितंबर 2010

शोध के लिए ब्रिटेन जाएंगे पटना विश्वविद्यालय के छात्र

पटना विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए यह बड़ी खुशखबरी है। ब्रिटेन के 15 ख्यातिनाम विश्वविद्यालयों और पटना विश्वविद्यालय के बीच अगले सप्ताह लंदन में शैक्षणिक करार होने जा रहा है। यह करार केन्द्र सरकार की पहल पर होगा। दरअसल केन्द्र सरकार ने देश के जिन 15 विश्वविद्यालयों को ब्रिटेन सरकार से शैक्षणिक करार के लिए चुना है, उनमें पटना विश्वविद्यालय भी शामिल है। ब्रिटेन सरकार से शैक्षणिक करार होने के बाद पटना विश्वविद्यालय के मेधावी एवं चयनित विद्यार्थियों को यूनिवर्सिटी आफ लीवरपुल, यूनिवर्सिटी आफ आक्सफोर्ड, यूनिवर्सिटी आफ कालोराडो, बर्मिघम सिटी यूनिवर्सिटी, कार्डिया यूनिवर्सिटी, लॉनकस्टर यूनिवर्सिटी, लंदन साउथ बैंक यूनिवर्सिटी, न्यूकास्टल यूनिवर्सिटी, शेफिल्ड हैलन यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी आफ ब्राडफोर्ड, यूनिवर्सिटी आफ ईक्स, यूनिवर्सिटी आफ लीड्स, यूनिवर्सिटी आफ मैनचेस्टर और यूनिवर्सिटी आफ आटर्स लंदन जैसे नामचीन विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक भ्रमण पर जाने और वहां पर रिसर्च वर्क पूरा करने का मौका मिलेगा। इस बाबत पटना विश्वविद्यालय के कुलपति डा. श्यामलाल ने गुरुवार की देर शाम दूरभाष पर बताया कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार और ब्रिटेन सरकार के बीच शैक्षणिक करार की उच्चस्तरीय पहल की गयी है। इस करार में बिहार से एकमात्र पटना विश्वविद्यालय को शामिल किया गया है। इसके लिए मंत्रालय द्वारा एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधि मंडल ब्रिटेन भेज जा रहा है जिसमें देश के चयनित विश्वविद्यालयों के सभी कुलपतियों को शामिल किया गया है। चार सितम्बर को प्रतिनिधि मंडल दिल्ली से ब्रिटेन के लिए रवाना होगा। ब्रिटेन सरकार के अधिकारियों एवं वहां के चयनित विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और भारत सरकार के प्रतिनिधि मंडल के बीच अनुसंधान कार्य और शैक्षिक गुणवत्ता के आदान-प्रदान पर समझौता होगा। इसके बाद पटना विश्वविद्यालय के मेधावी विद्यार्थियों के लिए शैक्षणिक माहौल का नया द्वार खुलेगा(दैनिक जागरण,पटना,3.9.2010)।

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