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17 सितंबर 2010

सीबीएसई की सीसीईःकिससे कराना चाहते हैं मूल्याकंन, दें अंडरटेकिंग

सीबीएसई की सतत एवं समग्र मूल्यांकन (सीसीई) स्कीम के तहत दसवीं में पढ़ रहे छात्रों के घर स्कूलों से पहुंच रहे पत्र ने अभिभावकों को परेशान कर रखा है। अंडरटेकिंग देने को लेकर स्कूलों द्वारा भेजे गए पत्र से अभिभावकों को यह समझ में नहीं आ रहा कि उन्हें यह अंडरटेकिंग किस लिए देनी है। दरअसल, स्कूल प्रशासनों को निर्देश दिए हैं कि वह बच्चों के अभिभावकों अंडरटेकिंग लें। इसमें यह जानकारी लें कि उनके बच्चे बोर्ड के समेटिव असेसमेंट (एसए) की परीक्षा देना चाहते हैं या स्कूल की एसए की परीक्षा। इस अंडरटेकिंग से बच्चों का किसी प्रकार का नुकसान नहीं होगा। बोर्ड का सेमेटिव पेपर उन बच्चों के लिए होगा जो सीबीएसई बोर्ड छोड़ कर दूसरी बोर्ड में जाना चाहते हैं। दरअसल, दसवीं में भी सीसीई सिस्टम लागू किया गया है, जिसमें दसवीं की बोर्ड की परीक्षा खत्म कर दी गई है। सीसीई में दो प्रकार से परीक्षा होते हैं समेटिव और अफरमेटिव। समेटिव परीक्षा लिखित होगी और अफरमेटिव परीक्षा अन्य गतिविधियों पर आधारित होगा। सीबीएसई बोर्ड में दसवीं में पढ़ रहे बच्चों की वर्ष 2011 में बोर्ड की परीक्षा नहीं होगी। एक मायने में दसवीं की परीक्षा वैकल्पिक होगी। इसके लिए बोर्ड ने सीसीई के तहत लिखित परीक्षा के रूप में समेटिव मूल्यांकन की व्यवस्था की है। दसवीं में पढ़ रहे बच्चों को समेटिव मूल्यांकन के रूप में परीक्षा तो देनी ही है। लेकिन बच्चों के अभिभावकों को अंडरटेकिंग देकर स्कूलों को बताना होगा कि वह बच्चों से बोर्ड की समेटिव मूल्यांकन की परीक्षा दिलाना चाहते हैं या स्कूल की और से ली जाने वाली समेटिव मूल्यांकन परीक्षा(दैनिक जागरण,दिल्ली,17.9.2010)।

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