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10 सितंबर 2010

यूपीःबीएड की दूसरी काउंसिलिंग को मंजूरी। भरी जाएंगी मेरठ और आगरा की सीटें

बीएड की दूसरी काउंसिलिंग को लेकर लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर शासन ने मुहर लगा दी है। अभी तिथि की घोषणा नहीं की गई है। उम्मीद जतायी जा रही है कि काउंसिलिंग 21 या 22 सितम्बर से शुरू होगी। लविवि प्रशासन ने पहला प्रस्ताव दूसरी काउंसिलिंग न कराने का रखा था, जिसे शासन ने स्वीकार नहीं किया। लविवि कुलसचिव जीपी त्रिपाठी ने बताया काउंसिलिंग प्रदेश में छह केन्द्रों पर ही होगी। उल्लेखनीय है कि राज्य स्तरीय बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा की पहले चरण की काउंसिलिंग 3 अगस्त से 27 अगस्त तक हुई थी। इसमें 1,60,000 रैंक तक के अभ्यर्थियों को बुलाया गया था और 20 हजार सीटें शेष रह गईं थीं। मेरठ और आगरा के कॉलेजों की खाली सीटों को बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा के दूसरे चरण की काउंसिलिंग में भरने की तैयारी है। इन केंद्रों की सर्वाधिक सीटें खाली हैं। हालांकि लखनऊ विश्वविद्यालय दूसरी काउंसिलिंग कराने के पक्ष में नहीं था। यही कारण है कि शासन को दो प्रस्ताव भेजे गए थे। पहला प्रस्ताव दूसरी काउंसिलिंग न कराने का था। वहीं काउंसिलिंग कराने की सूरत में केवल छह केन्द्र ही बनाने की दूसरा प्रस्ताव रखा गया था। शासन ने लविवि प्रशासन की पहली मांग ठुकराते हुए काउंसिलिंग कराने का निर्णय लिया है। हालांकि काउंसिलिंग लविवि प्रशासन द्वारा प्रस्तावित छह केन्द्रों पर ही होगी। इसमें मेरठ, आगरा, बरेली, पूर्वाचल और कानपुर के दो काउंसिलिंग केन्द्र शामिल हैं। दूसरी काउंसिलिंग में 160000 से तकरीबन दो लाख रैंक तक के अभ्यर्थियों को मौका मिलने की उम्मीद है। बीएड कॉलेज आवंटन के दौरान विषय के विपरीत अभ्यर्थियों को कॉलेज मिल गए थे। जैसे विषय न होते हुए भी कई अभ्यर्थियों को संस्कृत कॉलेज दे दिया गया। इस पर अभ्यर्थियों ने आपत्ति जतायी थी। दूसरे चरण की काउंसिलिंग में ऐसे अभ्यर्थियों का कॉलेज भी परिवर्तित करने की तैयारी है। बीएड काउंसिलिंग में आवंटित कॉलेज से असंतुष्ट अभ्यर्थी भी अपना कॉलेज बदल सकेंगे। ऐसे अभ्यर्थियों को दूसरी काउंसिलिंग में मौका दिया जाएगा। अभ्यर्थियों की फीस नये कॉलेज में स्थानान्तरित कर दी जाएगी(दैनिक जागरण,लखनऊ,10.9.2010)।

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