राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से 29 सितम्बर को आयोजित होने वाली आरएएस एवं अधीनस्थ भर्ती सेवा की प्रारंभिक परीक्षा में इस बार फर्जीवाडा आसान नहीं। आयोग की ओर से सभी परीक्षा केंद्रों पर वीडियोग्राफी कराई जाएगी। अभ्यर्थियों को भेजे जा रहे प्रवेश-पत्र में फोटो और हस्ताक्षर आवेदन से स्कैन किए गए हैं। ऎसे में किसी भी गलत अभ्यर्थी के परीक्षा में शामिल होने की आशंका लगभग नगण्य हो जाएगी।
लोक सेवा आयोग ने गुरूवार को प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए नोडल अधिकारियों को परीक्षा से संबंधित निर्देश दिए। बैठक की अध्यक्षता आयोग के अध्यक्ष एम.एल. कुमावत ने की। उन्होंने सभी अधिकारियों को सख्ती के निर्देश दिए। सचिव के.के. पाठक ने बताया कि परीक्षा में सभी कलक्टर व पुलिस भी सहयोग करेगी। परीक्षा जिला के साथ ही उपखंड व तहसील मुख्यालय तक आयोजित की जाएगी। सभी केंद्रों की वीडियोग्राफी होगी और सतर्कता दलों की संख्या बढाई जाएगी। परीक्षा के कंट्रोल रूम 27 सितम्बर से शुरू हो जाएंगे।
भत्ते बढाने की मांग रखी
बैठक में आए नोडल अधिकारियों ने वीक्षकों के भत्ते बढाने की मांग रखी। आयोग अध्यक्ष ने उन्हें बताया कि प्रस्ताव विचाराधीन है। शीघ्र निर्णय कर दिया जाएगा।
फैक्ट फाइल
29 सितम्बर को दो पारियों में परीक्षा।
3 लाख 80 हजार 629 प्रत्याशी।
33 जिलों में होगी परीक्षा।
1159 परीक्षा केंद्र बनाए।
(राजस्थान पत्रिका,अजमेर,17.9.20100
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