ग्लोबल मंदी के कारण पिछले करीब दो साल में न जाने कितने लोगों की छंटनी हुई। जिनकी नहीं हुई, उनके वेतन-भत्तों पर कटौती की कैंची चली। खूब फल-फूल रहे देसी आईटी उद्योग की सांसें मंदी के चलते उखड़ने लगीं थीं। आखिरकार अब फिर उम्मीद की किरण दिखने लगी है। आईटी उद्योग के शीर्ष संगठन नैस्कॉम की एक रिपोर्ट की मानें तो इस साल आईटी इंडस्ट्री में 90 हजार लोगों की नौकरी लगेगी। इस सेक्टर में नौकरी की ख्वाहिश रखने वाले युवाओं को राहत देगी। चालू वित्त वर्ष 2009-10 में देश की तीनों दिग्गज आईटी कंपनियां- टीसीएस, इन्फोसिस टेक्नोलॉजीज और विप्रो लिमिटेड ने भरपूर भर्तियों की योजना बनाई है। टीसीएस 40 हजार तो इन्फोसिस अपने साथ 36 हजार को जोड़ने वाली है। फिलहाल विप्रो 14 हजार को नौकरी पर रखने का मन बना रही है। इनमें से अधिकतर भर्तियां इस वित्त वर्ष के बाकी बचे 6 महीनों [अक्टूबर-मार्च] के दौरान की जाएंगी।
नियुक्तियों के लिहाज से वैसे सितंबर का महीना भी शानदार रहा। इस दौरान आईटी सेक्टर की कंपनियों के साथ 50 प्रतिशत से ज्यादा नए कर्मचारी जुड़े। इस बढ़ोतरी के बाद कर्मचारियों की कुल संख्या मंदी से पहले के स्तर पर पहुंच गई। विशेषज्ञों के मुताबिक आईटी कंपनियों को ढेरों नए प्रोजेक्ट मिले हैं। इनको पूरा करने के लिए तो कंपनियां नियुक्तियां कर ही रही हैं, साथ ही वे आगे मिलने वाले ऑडरों के लिए भी कर्मचारियों की मजबूत टीम तैयार करना चाहती हैं(दैनिक जागरण संवाददाता,12.10.2010)।
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