एकल शिक्षक वाले विद्यालयों के शिक्षकों को अब आसानी से छुट्टी नहीं मिल सकेगी। एकल स्कूलों की निगरानी अब एसडीएम करेंगे। वहीं स्कूलों में शिक्षकों और विद्यार्थियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए मंडलायुक्तों से भौतिक सत्यापन कराने का निर्देश दिया गया है।
मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल ने सोमवार को विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग में शिक्षा पर विशेष बल देने को कहा। सचिव विद्यालयी शिक्षा को भी निर्देश दिया कि एकल विद्यालय बंद न हों, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। पहले विकल्प के तौर पर दूसरा शिक्षक दिया जाए, तभी एकल विद्यालय के शिक्षक को मुख्यालय छोड़ने की इजाजत दी जाए। बागेश्वर और पिथौरागढ़ में कई एकल स्कूलों के बंद होने की जानकारी पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने मंडलायुक्तों से स्कूलों में शिक्षक और विद्यार्थियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने को भौतिक सत्यापन कराने को कहा। जिलाधिकारियों से जर्जर भवनों में स्कूल नहीं चलाने के बजाए नए भवन की व्यवस्था की जाए। निशंक ने कहा कि छात्रों की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी डीएम की है। उन्होंने शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों की मरम्मत के लिए मांगे गए ४२ करोड़ रुपये शीघ्र रिलीज करने का आदेश दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन गांवों का विस्थापन किया जाना है, उनके स्कूल और सार्वजनिक भवनों के प्रस्ताव भी लाए जाएं(अमर उजाला,देहरादून,12.10.2010)।
इस पहल का स्वागत किया जाना चाहिए.
जवाब देंहटाएंकभी 'शब्द-शिखर' पर भी पधारें !!