हरियाणा में वोकेशनल ट्रेनिंग को बढ़ावा देने के लिए सरकार कई प्लानिंग बना रही है। एक साल के अंदर कई नई औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान(आईटीआई) खोले जाएंगे। इसके साथ ही भारत सरकार की स्कील डवलपमेंट स्कीम के तहत प्रदेश में छात्रों की तकनीकि दक्षता को बढ़ाने के लिए 1500 नए स्किल डेवलपमेंट सैंटर खोले जाने की योजना अंतिम चरण में है।
जल्दी ही योजना को हरी झंडी मिल जाएगी और कार्य शुरू कर दिया जाएगा। आईटीआई में शुक्रवार को एक करोड़ 20 लाख रुपए की लागत से बने दो मंजीला सैंटर ऑफ एक्लीलेंस की नई बिल्डिंग का उद्घाटन करने पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने वोकेशनल ट्रेनिंग को बढ़ावा देने को लेकर प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे कार्र्यो का उल्लेख किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने 39 नई आईटीआई (इंडस्ट्रीयल ट्रेनिंग इंस्टीटयूट) और आईटीसी (इंडस्ट्रीयल ट्रेनिंग सेंटर) संस्थानों को बनाने की बात कही थी। इसमें से 18 शुरू हो चुकी हैं। अन्य संस्थान भी अगले दो साल तक शुरू हो जाएंगे। इन संस्थानों के विस्तार के लिए और मशीनरी के अपग्रेडेशन के लिए सरकार ने करोड़ों रुपए की ग्रांट भी पास कर दी है। जल्दी ही संस्थानों में मॉडर्न मशीनरी पहुंचनी शुरू हो जाएंगी। आईटीआई गुड़गांव के प्रिंसिपल जीसी बंसल ने मुख्यमंत्री को नई बिल्डिंग का दौरा कराया और उन्हें सभी उपकरणों की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने छात्रों से कुछ सवाल भी पूछे और उनके जवाब पाकर मुख्यमंत्री छात्रों के हुनर से काफी खुश दिखाई दिए। जीसी बंसल ने मुख्यमंत्री को आईटीआई की अन्य गतिविधियों के विषय में भी अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑटोमोबाईल सेक्टर देश में काफी तेजी से विकास कर रहा है और इस सेक्टर में छात्रों के लिए जॉब की असीम संभावनाएं हैं।
इस अवसर पर आईटीआई के उप प्राचार्य रविंद्र कुमार ने बताया कि नवनिर्मित भवन में 192 छात्र बैठ सकेंगे। सीओई स्कीम के अंतर्गत चल रहे ऑटोमोबाइल कोर्स को नई बिल्डिंग में शिफ्ट किया जाएगा(दैनिक भास्कर,गुड़गांव,13.11.2010)।
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