मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

18 नवंबर 2010

डीयू में आज तीसरे राउंड के प्लेसमेंट के लिए 3500 छात्रों को बुलावा

दिल्ली विश्वविद्यालय में प्लेसमेंट का तीसरा राउंड आज शुरू हो रहा है। इस बार तीन कंपनियां प्लेसमेंट में हिस्सा ले रही हैं। प्रशासन ने ३५ सौ छात्रों को ईमेल और एसएमएस के जरिए प्लेसमेंट में शामिल होने के लिए बुलाया है।

विश्वविद्यालय में पिछले दो माह के अंदर तीसरी बार प्लेसमेंट का कार्यक्रम रखा गया है। नार्थ कैंपस के कंफरेंस सेंटर में होनेवाले इस प्लेसमेंट में जेनपैक्ट, ग्रेट ईस्टर्न और वीवरिंग थॉट जैसी कंपनियां आ रही हैं। प्लेसमेंट से जुड़े शिक्षक डा गुलशन साहनी ने बताया कि जेनपैक्ट जो एक केपीओ सेंटर है, को आर्ट्स, साइंस और कॉमर्स सभी तरह के छात्र चाहिए। आज कंपनी छात्रों के समझ अपना प्रजनेटशन देगी। इसके बाद चयन प्रक्रिया शुरू करेगी।

दूसरी कंपनी ग्रेट ईस्टर्न है। फाइनेंस और इंश्यूरेंस सेक्टर से जुड़ी इस कंपनी को मुख्य तौर पर बीकॉम, बीकॉम आनर्स, बीए और बीए ऑनर्स के छात्र चाहिए। यहां करीब २० छात्रों की जरूरत बताई गई है। इन सभी का चयन गुヒवार को फाइनल रूप से किया जाएगा। आगे चलकर इन्हें फाइनेंस ,एकाउंट अधिकारी और सेल्स मार्केटिंग के लिए काम करने का अवसर दिया जाएगा।

कंपनी ने ३.८० लाख सालाना पैकेज का भी ऑफर दिया है। एक अन्य कंपनी वीवरिंग थॉट है। इसे अपने यहां कंटेट राइटर चाहिए। संस्थान को सभी तरह के छात्र चाहिए जो किसी विषय विशेष पर लिख सकेंगे। छात्रों के लेखन स्किल की परख की जाएगी। कंपनी करीब २५ छात्रों का चयन करेगी। इसके लिए वह आज पहले अपना प्रजनेटशन देगी। इसके बाद छात्रों का प्रोफाइल लेगी। साहनी ने बताया कि इस बार ३५ सौ छात्रों को ईमेल और एसएमएस के जरिए प्लेसमेंट में शामिल होने के लिए बुलाया गया है।

इससे पहले दिल्ली विश्वविद्यालय के कैंपस में इंडियन एयरफोर्स, भारत पेट्रोलियम और गांधी फैलोशिप जैसे कई संस्थानों ने प्लेसमेंट में भागीदारी की है। कई छात्रों का चयन भी किया जा चुका है। कुछ की चयन प्रक्रिया आखिरी तौर पर होनी बाकी है। सेंट्रल प्लेसमेंट के इस आयोजन के अलावा कॉलेजों में भी कंपनियां छात्रों के चयन के लिए जा रही है। कैंपस के स्टीफंस, हिन्दू, केएमसी, हंसराज, एसआरसीसी, वेंकटेश्वर और एलएसआर जैसे कॉलेजों के प्लेसमेंट सेल से कंपनियां अलग से संपर्क में हैं(नईदुनिया,दिल्ली,18.11.2010)।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।