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19 नवंबर 2010

पंजाबःरेलवे की वॉलंटरी रिटायरमेंट आयु में 5 वर्ष की छूट

रेलवे की नई वॉलंटरी रिटायरमेंट योजना 50 वर्ष से अधिक की आयु के बाद भी मुश्किल कामों से परेशान लाखों मुलाजिमों के लिए राहत का मार्ग खोलने जा रही है। सेफ्टी रिलेटेड रिटायरमेंट स्कीम (एसआरआरएस) का सेफ्टी (संरक्षा) से संबंधित सभी वर्ग लाभ उठा सकेंगे।

ड्राइवरों को छोड़ सभी वर्गो के लिए आयु सीमा व नौकरी के वर्ष संबंधित शर्त में भी ढील दी गई है। सिर्फ ड्राइवरों और गैंगमैनों के लिए छह साल पहले शुरू हुई योजना में 55 से 57 आयु सीमा और कम से कम 33 साल नौकरी की शर्त थी। अब शंटिंग पायलट, कीमैन, गेट मैन संरक्षा मुलाजिम भी इसके अंर्तगत आ जाएंगे। इसका सीधा लाभ संबंधित मुलाजिमों के नौकरी पाने योग्य युवा बच्चों को मिलेगा।

फिरोजपुर रेल मंडल के एडीआरएम आरएस घेरा ने योजना की नीतियां निर्धारित किए जाने की प्रक्रिया को स्वीकार करते हुए कहा कि फिलहाल आधिकारिक निर्देशों का इंतजार है। इधर नार्दर्न रेलवे मेन्स यूनियन के प्रवक्ता महिंदर पाल ने दावा किया कि योजना में हो रहे फेरबदल का लाखों मुलाजिमों को इसका लाभ मिल सकेगा। सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने ड्राइवरों क ी रिटायरमेंट की उम्र भी कम किए जाने की जरूरत बताई।

वर्ष 2004 में शुरू हुई वॉटंटरी रिटायरमेंट स्कीम का नाम बदल कर ‘लिब्रलाइज्ड एक्टिव रिटायरमेंट स्कीम फॉर गारंटीड एंप्लायमेंट फॉर सेफ्टी स्टाफ’ कर दिया गया है। 50 वर्ष की उम्र तथा 20 साल नौकरी की सेवा शर्त और 1800 रुपये वेतन ग्रेड वाले संरक्षा मुलाजिम इसका लाभ उठा सकेंगे। हालांकि ड्राइवरों के लिए कम से कम 33 साल की नौकरी तथा 55 से 57 वर्ष आयुसीमा की शर्ते बरकरार रहेंगी।


पंजाब में 10 हजार से अधिक मुलाजिम
राज्य में रेलवे की वॉलंटरी स्कीम का लाभ उठाने योग्य कर्मचारियों की संख्या 10 हजार से अधिक है। इतने ही रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। नार्दर्न रेलवे मेन्स यूनियन के प्रवक्ता महिंदर पाल के अनुसार संरक्षा का काम काफी मेहनत का है। कठिन परिश्रम के कारण इस वर्ग के मुलाजिम काफी कमजोर हो जाते हैं। इसलिए उम्र में छूट लाभदायक है। सिर्फ लुधियाना में ही आठ सौ से अधिक गैंगमैन हैं। ड्राइवरांे को भी आयु सीमा में छूट मिलनी चाहिए।
(ननु जोगिंदर सिंह,दैनिक भास्कर,लुधियाना,19.11.2010)

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