दिल्ली विश्वविद्यालय में अब प्लेसमेंट के जरिए पूरे साल निजी कंपनियों और संस्थानों में नौकरी पाने के अवसर खुले रहेंगे। प्रशासन ने इस तरह का कार्यक्रम कंपनियों की लंबी लाइन को ध्यान में रखकर तैयार किया है। प्लेसमेंट का एक और मौका शनिवार को भी दिया गया।
विश्वविद्यालय की केन्द्रीय प्लेसमेंट सेल ने पिछले दो माह में पांच से भी अधिक कंपनियों को प्लेसमेंट में शामिल होने के लिए बुलाया है। इसमें करीब दो सौ छात्रों को नौकरी का ऑफर भी मिला है। सेल के प्रभारी और डिप्टी डीन, स्टुडेंट वेलफेयर गुलशन साहनी ने बताया कि इस साल अबतक ३० कंपनियां प्लेसमेंट में हिस्सा लेने के लिए संपर्क में हैं। इनमें १५ कंपनियां का रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है। १५ और कंपनियों से बातचीत जारी है। दो कपंनियों को ११ दिसम्बर को साउथ कैंपस में बुलाया गया है। इनमें अप्ट्रा और जेनपैक्ट प्रमुख हैं। अप्ट्रा को लेखन से जु़ड़े काम के लिए अंग्रेजी ऑनर्स, मास मीडिया और बीएससी के छात्र चाहिए। इसके बाद प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा को ध्यान में रखते हुए प्लेसमेंट का कार्यक्रम एक माह तक नहीं है। १५ जनवरी के बाद फिर से कंपनियों को कैंपस में छात्रों से रूबरू होने का मौका मिलेगा। प्लेसमेंट में शामिल होने के लिए ऐसी कंपनियों का कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है। फरवरी और मार्च के बाद दूसरे सेमेस्टर की परीक्षा होने तक प्लेसमेंट स्थगित रहेगा। इसके बाद गर्मी की छुट्टियों में फिर यह कार्यक्रम चलेगा।
उन्होंने बताया कि कैंपस में आज फाइनेंस, मार्केटिंग, मीडिया, शिक्षा और केपीओ से जु़ड़े काम के लिए कंपनियां आ रही हैं। उन्हें आर्ट्स, साइंस और कॉमर्स तीनों कोर्सेज के छात्र चाहिए। नौकरी के इच्छुक छात्रों में भी जैसे जैसे जागरूकता आ रही है वे प्लेसमेंट शामिल हो रहे हैं। कंपनियों के लिए प्लेसमेंट में शामिल होने की रजिस्ट्रेशन फीस १० हजार रूपये और छात्रों के लिए १०० रूपये हैं। अब तक विभिन्न कॉलेजों के चार हजार से अधिक छात्र अपना रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं(अनुपम कुमार,नई दुनिया,दिल्ली,29.11.2010)।
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