केंद्रीय पैटर्न पर सूबे में खुलने वाले सरकारी मॉडल स्कूलों में भी बच्चों को दाखिला पाना आसान नहीं होगा । केंद्र सरकार के निर्देश पर विभाग इंट्रेंस टेस्ट (प्रवेश परीक्षा) कराने का प्रारूप तैयार कर रहा है । प्रवेश परीक्षा में पास होने और मेरिट में नाम आने के बाद ही बच्चे का दाखिला इन स्कूलों में हो सकेगा । हालांकि प्रवेश परीक्षा किस स्तर पर होगी, यह अभी तय नहीं हो पाया है । माना जा रहा है कि इस बारे में जल्दी ही कोई फैसला कर लिया जाएगा।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने शिक्षा को ब़ढ़ावा देने के उद्देश्य से राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान की शुरुआत की है । जिसमें आने वाले खर्च का ७५ फीसदी केंद्र सरकार और २५ फीसदी राज्य सरकार वहन करेगी । सूत्रों के अनुसार उत्तर प्रदेश की ओर से भेजे गए १४८ मॉडल स्कूल खोलने के प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है । इस प्रस्ताव पर जल्दी ही अमल शुरू हो जाने की संभावना जताई जा रही है।
केंद्रीय पैटर्न पर खुलने वाले यह स्कूल कक्षा छह से १२ तक संचालित होंगे । इनमें एडमिशन के लिए बच्चों को प्रवेश परीक्षा देनी होगी । एक स्कूल की बिल्डिंग बनाने में ३.०२ करो़ड़ का खर्च आएगा । उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा अभियान निदेशालय के अनुसार केंद्र सरकार ने शुरुआती दौर में ५६ करो़ड़ १३ लाख रूपए की राशि दे दी है । बिल्डिंग निर्माण के लिए जमीन भी चिहिंत हो चुकी है । जल्द ही निर्माण शुरू हो जाएगा ।
सूत्रों के अनुसार अभी यह तय नहीं हो पाया है कि एक स्कूल में कितने बच्चे रखे जाएंगे और उन्हें कौन-कौन सी सुविधाएं दी जाएंगी । इस बारे में निकट भविष्य में फैसला कर लिया जाएगा। हालांकि बच्चों को प़ढ़ाने के लिए अगले महीने एलटी ग्रेड टीचरों की भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी । यह भी माना जा रहा है कि संविदा पर कोई भी शिक्षक रखने की व्यवस्था नहीं की जा रही है(नई दुनिया,दिल्ली संस्करण,29.11.2010 में लखनऊ से रिपोर्ट)।
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