मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

04 नवंबर 2010

समझें एचआर विशेषज्ञों की जरूरत

कैंपस प्लेसमेंट हो या फिर आउट ऑफ कैंपस प्लेसमेंट की बात, इच्छित नौकरी पाने के लिए कुछ तैयारी करनी ही पड़ती है। लगातार आप इन खबरों को अपने आसपास सुन रहे होंगे कि फलां क्षेत्र में नौकरी के इतने अवसर हैं, आने वाली तिमाही में इतनी नौकरियां बाजार में दस्तक देंगी।
जाहिर है ये खबरे खुशी देने वाली हैं, पर इसके लिए यह जानना भी जरूरी है कि कंपनियां कैसे युवाओं की तलाश में है? एचआर प्रोफेशनल्स की नजर ऐसे युवाओं पर है जो कम समय और संसाधन में अच्छा परिणाम देने का माद्दा रखते हैं। आप भी जानिए विभिन्न एचआर विशेषज्ञों की राय के आधार पर सामने आयी खासियतों के बारे में —
जोश से भरपूर  विभिन्न कैंपस प्लेसमेंट के हायरिंग पैटर्न पर गौर करें तो संगठनों को ऐसे युवकों की तलाश रहती है, जो नए स्किल्स को सीखने के उत्सुक रहते हैं। अपने अनुभव और जानकारी के आधार को निरंतर बढ़ाने में यकीन रखते हैं। कार्यस्थल पर भी बदलाव को स्वीकार करने का साहस और नए विचारों का स्वागत करने वाले कर्मचारी विशेष पसंद किए जाते हैं। ऐसे युवक जो अपनी क्षमताओं को जानते हुए खुद को प्रेरित करना जानते हैं, बल्कि अपने आसपास के परिवेश में उत्साह पैदा करने वाले होते हैं। जटिल परिस्थितियों में भी सकारात्मक रुख बनाए रखने वाले कर्मचारी कंपनी को विकास की राह में ले जाने में मदद करते हैं।
उद्यमशीलता
किसी व्यक्ति की प्रतिभा का असली परिचय जटिल परिस्थितियों में निर्णय लेने की क्षमता से पता चलता है। निर्णय लेना जितना जरूरी है, पर उसके साथ ही योजना क्रियान्वयन में आने वाली परेशानियों को दूर करने में सक्षम होना भी जरूरी है। मैनेजर ऐसे अधीनस्थों को पसंद करते हैं जो समस्या के साथ-साथ उसका समाधान करने में भी सक्षम होते है। यानी अपने लक्ष्य और अपने कार्य के परिणाम पर फोकस्ड युवा अपने लिए खास जगह बनाने में कामयाब हो सकते हैं।
क्वालिटी वर्क और टीम भावना ऐसे युवक जो अपने क्लाइंट्स की पसंद-नापसंद को समझने में माहिर हों, की रुचि उपभोक्ता को क्वालिटी सर्विसेज देते हुए उनकी संतुष्टि हासिल करने पर होती है। यानी ऐसे कर्मचारी जो अपने क्लाइंट्स और उपभोक्ताओं को जोड़े रखने के लिए अतिरिक्त प्रयत्न करने को तैयार रहते हैं। कार्यस्थल पर टीम भावना में यकीन रखने वाले सक्षम लोगों की कंपनियों की खास नजर होती है। स्कूल या कॉलेज स्तर पर विभिन्न करिकुलर एक्टिविटीज में भाग लेने वाले युवा, किसी संस्था या अपने स्तर पर मिलकर किसी नए प्रोजेक्ट पर काम करने के अनुभव आपकी इस तरह की खासियत दर्शाते हैं।
क्रिएटिविटी का दम
क्रिएटिव सोच और तकनीकी कौशल दो ऐसे गुण हैं जो किसी कर्मचारी को अपने साथ काम कर रहे कर्मचारियों से आगे लाकर खड़ा कर देते हैं। रचनात्मक लोग अपनी लीक से हटकर विचारों से न सिर्फ चीजों को नए ढंग से करते हैं बल्कि कई समस्याओं का समाधान भी प्रस्तुत करते हैं। वहीं अपने क्षेत्र में आधुनिक तकनीक से अपडेट रहने वाले कर्मचारी संस्थान की कार्यकुशलता और उत्पादकता को प्रभावित करते हैं।
कम्युनिकेशन स्किल्स  कार्यस्थल पर आपको विभिन्न संस्कृति और धार्मिक पृष्ठभूमि वाले लोगों के साथ काम करना पड़ता है। ऐसे में एक कर्मचारी के तौर पर आप में सब के साथ मिल कर काम करने की स्किल्स होने की अपेक्षा की जाती है। कार्यस्थल पर अच्छा माहौल बनाए रखने के लिए जरूरी है कि जहां आप अपने वरिष्ठों से सम्मानपूर्वक बात करें, वहीं अपने जूनियर से बातचीत करते समय भी उतनी ही सावधानी बरतें। इस संबंध में सबसे पसंद किया जाने वाला रूल है कि आप प्रशंसा सार्वजनिक तौर पर करें पर आलोचना नहीं।
विश्वसनीयताअपने कहे हुए पर खरे उतरने वाले उम्मीदवार। ऐसे लोगों पर क्लाइंट और कस्टमर विश्वास करते हैं और ऐसे लोग अपने साथ अच्छे लोगों को जोड़कर रखने में भी कामयाब हो जाते हैं। किसी संगठन के ऐसे कर्मचारी समृद्धि के समय के साथ-साथ चुनौतिपूर्ण समय में भी अपने सहयोगियों का साथ पाने में कामयाब हो जाते हैं। इसी तरह ली गई जिम्मेदारी को तय समय सीमा के भीतर पूरा करने के लिए अतिरिक्त प्रयत्न करना, पहल करते हुए कार्य करना आपकी इस छवि को बनाता है।
फ्रेशर करें यूं खुद को तैयारक्या आप फ्रेशर हैं और समझ नहीं पा रहे हैं कि रोजगार के लगातार बदलते ट्रेंड के अनुसार खुद को कैसे तैयार किया जाए? ध्यान रखें खुद को अपडेट करते रहना एक सतत चलने वाली प्रक्रिया है। नई तकनीक से खुद में निरंतर सुधार करते चलना इसकी कुंजी है। रोजगार बाजार के अनुरूप बनना आपकी करियर की राह को न सिर्फ आसान करेगा, बल्कि आपको अन्य लोगों की भीड़ से अलग कर देगा। जानते हैं क्या होने चाहिए आपकी तैयारी के मुख्य बिंदु
- अपने क्षेत्र में स्पेशलाइजेशन हासिल करने का प्रयास करें। उसमें आ रहे तकनीकी सुधार से खुद को निरंतर अपडेट करें। एक क्षेत्र की जानकारी हासिल करने के बाद दूसरे क्षेत्र में प्रवेश करें।
- कार्यस्थल पर निर्धारित लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सहयोग और पारस्परिक निर्भरता बेहद जरूरी होती है। टीम में किसी एक सदस्य का असहयोग पूरी टीम के कार्य परिणाम पर असर डालता है। अत: टीम के साथ मिलकर कार्य करने का प्रयास करते रहें। तकनीकी ज्ञान के साथ इंटर पर्सनल रिलेशंस को विकसित करने का अभ्यास करें।
- कार्यस्थल पर जो भी जिम्मेदारी आपको सौंपी जा रही है, उसे निर्धारित रणनीति के साथ अवश्य पूरा करें, लेकिन अपनी क्रिएटिव सोच का इस्तेमाल अवश्य करें। साथ ही रणनीति और कार्य को और अधिक प्रभावी बनाने का प्रयास करें।
- नौकरी भी इंटरप्रिन्योरशिप की मांग करती है। कहने का अर्थ कि अच्छे और क्रिएटिव विचारों के लिए पहल करनी जरूरी है। थोड़ा सा जोखिम लेने का साहस और चीजों के लिए अपनी ओर से पहल करना नौकरी में काफी काम आता है।
- काम को रिसर्च के साथ पूरा करने की आदत विकसित करें। आप में आंकड़ों का आकलन करने की क्षमता होनी जरूरी है। यानी कार्य को प्रभावी तरह से पूरा करने के लिए तथ्यों को एकत्र करना, उन्हें व्यवस्थित रूप देना और उनका विश्लेषण करते हुए निर्णय लेना न सिर्फ आपकी कार्यकुशलता को बढ़ाएगा, बल्कि आप पूरे आत्मविश्वास के साथ अपने काम को सम्पन्न कर सकेंगे। अपनी सोच को तर्कसंगत तरीके से अपने सीनियर्स के सामने प्रस्तुत कर सकेंगे।
(पूनम जैन,हिंदुस्तान,1.11.2010) 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।