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04 नवंबर 2010

सेल्स एंड मार्केटिंग में करिअर

आपको ‘रॉकेटसिंह - सेल्समैन ऑफ दि ईयर‘ फिल्म याद है? इस फिल्म में रणबीर कपूर उर्फ रॉकेट सिंह कॉलेज लाइफ में खास नहीं कर पाते। लेकिन जिंदगी में बड़ा आदमी बनने की सनक उन्हें कॉरपोरेट वर्ल्ड का सबसे कामयाब सेल्समैन बना देती है। रॉकेटसिंह का सपना होता है कि वह बहुत बड़ा सेल्समैन बनें, क्योंकि उनमें इस प्रोफेशन लायक सभी खूबियां होती हैं। इसी तरह अगर आपके पास भी लोगों से बातचीत करने का बढ़िया लहजा, पक्का इरादा और उनसे मोलभाव कर फायदेमंद डील पक्की करने की योग्यता है, तो सेल्स ऐंड मार्केटिंग की फील्ड में संभावनाओं की कमी नहीं है। आज तमाम बड़ी-बड़ी कंपनियां हजारों की तादाद में सेल्स ऐंड मार्केटिंग प्रोफेशनल्स को काम दे रही हैं।

सबके लिए हैं अवसर
यह फील्ड किसी विषय विशेष जैसे आर्ट्स, कॉमर्स या साइंस से बंधी नहीं है। हर विषय के लोग यहां आ सकते हैं। 12वीं पास सेल्स रिप्रेजेन्टेटिव से शुरुआत कर सकता है। वैसे आजकल काफी डिस्ट्रीब्यूटर्स किसी अकादमिक योग्यता के बिना ही लोगों को काम पर रख रहे हैं। गे्रजुएट व्यक्ति सेल्स ऑफिसर के तौर पर कार्य कर सकता है। एमबीए डिग्री हासिल करने वाले मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स के लिए मैनेजमेंट ट्रेनी से लेकर एरिया मैनेजर और प्लानर तक के मौके हैं।

जरूरी स्किल्स
जो भी उत्पाद या सेवा आप बेचें, उसमें आपका विश्वास होना बेहद जरूरी है। दूसरा, यहां सफलता तभी मिलेगी, जब नजरिया सही होगा। तीसरी और सबसे जरूरी स्किल है लोगों की परख, यानी कब और कितनी बात करनी है, किस तरह केलोगों से कितना और कैसे संपर्क बनाना है व हावभाव की भाषा कैसे समझनी है। इसके अलावा आपका पहनना-ओढ़ना, कम्युनिकेशन स्किल, आइडियाज व उन्हें पेश करने का स्टाइल और लोगों को विश्वास में लेने का टैलेंट काफी मायने रखता है। वोडाफोन (ओडीसा) के सर्किल प्री-पेड हेड रविंदर चौधरी कहते हैं कि इस क्षेत्र में अच्छा पेशेवर बनने के लिए जोश, जज्बा और जुनून चाहिए। जिस प्रोडक्ट की सेल्स में आप जुटे हैं, उसमें रुचि होना जरूरी है। ऐसा नहीं कि आपकी रुचि कार में है, लेकिन बेच कोल्डड्रिंक रहे हैं। क्षेत्र के चुनाव के बाद आप ऐसी कंपनी चुनें, जिसकी मार्केट में साख हो और जिसका भविष्य का विजन आपके विजन से मेल खाता हो।

अधिक संभावनाओं वाले क्षेत्र
वैसे तो अमूमन हर क्षेत्र में सेल्स व मार्केटिंग प्रोफेशनल्स की जरूरत होती है, लेकिन इन दिनों कुछ क्षेत्रों में इनकी डिमांड और प्रोमोशन का स्कोप अपेक्षाकृत अधिक है। वित्तीय सेवाओं जैसे के्रडिट कार्ड, इंश्योरेंस, होम लोन, पर्सनल लोन, बैंक डिपॉजिट व स्टॉक ब्रोकिंग अकाउंट्स आदि में सेल्स व मार्केटिंग में अच्छी संभावनाएं हैं। इसमें मार्केटिंग प्रोफेशनल्स फोन, मेल, टीवी, रेडियो व इवेंट्स के जरिए अपने कंपनी प्रोडक्ट्स या सर्विसेज की सेल्स बढ़ाते हैं। टूथ पेस्ट, साबुन, डिटरजेंट जैसी रोजमर्रा के उपयोग में आने वाली तमाम उपभोक्ता वस्तुओं के उद्योग में मैन्युफैक्चरर से डिस्ट्रीब्यूटर और डिस्ट्रीब्यूटर से उपभोक्ता तक काफी काम होता है। ऑटोमोबाइल्स व टिकाऊ वस्तु उद्योग, जहां वस्तुएं शोरूम के माध्यम से बेची जाती है, में भी इनकी अच्छी डिमांड रहती है। इसके अलावा अब तेज प्रतियोगिता और ग्रामीण इलाकों की बदलती सूरत को देखते हुए एफएमसीजी कंपनियों ने मार्केट में पैठ बनाने केलिए रूरल मार्केटिंग का फंडा भी निकाल लिया है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में भी सेल्स व मार्केटिंग मैनेजमेंट क्षेत्र में नौकरी की संभावनाएं बढ़ी हैं।

मामला कमाई का
यहां सैलेरी के अलावा बहुत से इन्सेन्टिव्स, बोनस, कमीशन्स भी मिलते हैं। 12वीं पास यहां 8 से 12, जबकि एमबीए कम से कम 15 हजार से शुरुआत करता है। आगे तरक्की इस बात पर निर्भर करेगी कि आप यहां बेचने की कला और कस्टमर का विश्वास जीतने में कहां तक सफल होते हैं। यहां फ्रेशर/मैनेजमेंट ट्रेनी या सेल्स रिप्रेजेन्टेटिव से आप अपने कैरियर की शुरुआत कर सकते हैं। इसके बाद आपका अनुभव, निर्णय क्षमता और ट्रैक रेकॉर्ड आपको सेल्स ऑफिसर, एरिया सेल्स मैनेजर, रीजनल/डिविजनल मैनेजर, नेशनल सेल्स मैनेजर, वाइस प्रेजीडेंट सेल्स, हेड (कैटिगरी/ब्रांड) और चीफ मार्केटिंग जैसे मुख्य पदों तक पहुंचाएगा।

यूं बनाएं राह
इस क्षेत्र में भविष्य बनाने केलिए आप 12वीं के बाद से ही बीबीए व बीबीएस जैसे डिग्री कोर्स कर इस फील्ड में शुरुआत कर सकते हैं। इसके अलावा एनआईएस में 12वीं पास के लिए वन-टू-वन सेल्स ऐंड प्रोमोशन्स का कोर्स संचालित किया जाता है। अगर आप ग्रेजुएट हैं, तो एमबीए और पीजी डिप्लोमा इन सेल्स ऐंड मैनेजमेंट का कोर्स अच्छा विकल्प है। एमबीए में कई फील्ड्स में स्पेशलाइजेशन होती हैं। इस फील्ड के लिए आप मार्केटिंग में स्पेशलाइजेशन का विकल्प चुन सकते हैं। अगर आप कार्यरत हैं, तो डिस्टेंस मोड से इस क्षेत्र से संबंधित कोर्स कर सकते हैं। इन कोर्सेज में दाखिले के लिए देशभर के विभिन्न बी-स्कूल्स और यूनिवर्सिटियां प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करती हैं। इनमें कैट, जैट, स्नैप, एनएमआईएमएस, आईआरएमए, जीमैट, एफएमएस, आईआईएफटी, जेमैट, मैट, एटमा, टीआईएसएस प्रमुख हैं।

प्रमुख संस्थान
आईआईएम, एफएमएस, जेवियर समेत देश के तकरीबन सभी बी-स्कूल्स में इस फील्ड से संबंधित कोर्स संचालित किए जाते हैं। 

अन्य कुछ संस्थान
*एनआईएस अकादमी (देश भर में 60 केंद्रों में), 
*एमजेपी रुहेलखंड यूनिवर्सिटी, बरेली
*एचएन बहुगुणा गढ़वाल यूनिवर्सिटी, गढ़वाल, 
*भारतीय विद्या भवन, दिल्ली,
*वाईएमसीए, दिल्ली,
*इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी, दिल्ली
(जितिन चावला,अमर उजाला,2.11.2010)

1 टिप्पणी:

  1. बहुत अच्छी जानकारी मेरे पति आपका ब्लाग पडःाते हैं वो आस पास बच्चों को पढाई के मामले मे गाईद करते रहते हैं इस लिये आपका ये ब्लाग उनके लिये बहुत उपयोगी सिद्ध होता है। धन्यवाद। आपको व आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें।।

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