मिक्की माउस, डोनाल्ड डक, टॉम एंड जेरी और न जाने ऐसे कई कार्टून चरित्र बच्चों के साथ-साथ बड़े-बुजुर्गों के भी पसंदीदा हैं। एनिमेशन की बदौलत ही ये कार्टून चरित्र इतने मशहूर हो सके हैं। नैसकॉम की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2005 में एनिमेशन का भारतीय बाजार 28.5 करोड़ डॉलर का था और इसमें सालाना 35 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान किया गया था। एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक साल 2012 तक वैश्विक एनिमेशन बाजार 100 अरब डॉलर का हो जाएगा, साथ ही भारतीय एनिमेशन बाजार भी 1 अरब डॉलर होने की उम्मीद है।
एनिमेशन का क्षेत्र उन लोगों के लिए ज्यादा बेहतर है, जिनमें कलात्मकता के साथ-साथ चित्रकारी के गुण भी हैं। एनिमेटर वैसे प्रतिभावान लोग हैं, जो निर्जीव चरित्रों में भी तकनीक के जरिए जान फूंक डालते हैं। एक एनिमेटर सबसे पहले स्क्रिप्ट पढ़ता है, स्टडीबोर्ड को समझता है और फिर कैरेक्टर के बारे में सोचता है। उसके बाद डिजाइनर कैरेक्टर डिजाइनिंग करते हैं और एनिमेटर उसे तकनीक के जरिए सजीव बनाता है। इसके लिए दो तकनीक अपनाए जाते हैं- 2डी एनिमेशन और 3डी एनिमेशन।
2डी एनिमेशन में प्रत्येक फ्रेम के लिए ड्राइंग करनी होती है। यह विधि पारंपरिक लेकिन कठिन है। अब कॉमर्शियल फिल्म या विज्ञापन के लिए 3डी एनिमेशन व्यवहार में लाया जाता है। टूंज हार्लेक्वीन, एडोबी फ्लैश, 3डी स्टूडियो मैक्स, माया आदि सॉफ्टवेयर एनिमेशन और कैरेक्टर डिजाइनिंग के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
मल्टीमीडिया और एनिमेशन के क्षेत्र में पिछले 12 साल से स्वतंत्र रुप से काम कर रहे गोपाल ठाकुर कहते हैं कि कुशल पेशेवरों की इस उद्योग में भारी मांग है। जानी मानी एनिमेशन कंपनियों को विदेशों से एनिमेशन फिल्म बनाने के ठेके भी मिलते हैं। भारतीय फिल्मों में भी स्पेशल इफेक्ट का चलन बढ़ रहा है। विज्ञापन एजेंसी भी एनिमेशन को ज्यादा प्रभावी समझ रहे हैं। आपने वोडाफोन का हालिया टीवी कॉमर्शियल जरूर देखा होगा। इसलिए इस क्षेत्र में कैरियर बनाया जा सकता है।
विदेशी कंपनियां भारत में एनिमेशन का काम करवा रही हैं। यही वजह है कि एक अच्छे एनिमेटर के लिए नौकरी की कमी नहीं है। ठाकुर कहते हैं कि एनिमेटर के वेतन से आकर्षित होकर इस क्षेत्र में कदम रखना बुद्धिमानी नहीं होगी। जो लोग इस क्षेत्र में कैरियर बनाना चाहते हैं उनमें ड्राइंग स्किल होना निहायत जरूरी है। कई जाने माने संस्थान मल्टीमीडिया और एनिमेशन का कोर्स कराते हैं। कुछ संस्थान विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा मान्य डिग्री भी उपलब्ध कराते हैं। मल्टीमीडिया और एनिमेशन कोर्स की अवधि 3 महीने से लेकर 3 साल तक की होती है और यह कोर्स में शामिल सॉफ्वेयर पैकेज पर निर्भर करता है। शुरुआती वेतन 8,000 रुपये से 20,000 रुपये तक होता है और अनुभव के आधार पर इसमें अच्छी खासी बढ़ोतरी होती है।
नौकरी के लिए एनिमेशनएक्सप्रेस डॉट कॉम, इंडिया डॉट रिक्रूट डॉट कॉम आदि वेबसाइटों की मदद ली जा सकती है। एनिमेशन पढ़ाने के क्षेत्र में भी करियर बनाया जा सकता है।
उद्योग - सालाना तकरीबन 35 फीसदी की दर से बढ़ रहा है दुनिया का एनिमेशन उद्योग
कोर्स - सॉफ्टवेयर पैकेज के आधार पर 3 माह से 3 साल तक का होता है एनिमेशन कोर्स
वेतन - कुशल एनिमेटर को मिलता है 8,000 से 20,000 रुपये प्रतिमाह का शुरुआती वेतन
(बिजनेस भास्कर,दिल्ली,16.11.2010)
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जवाब देंहटाएंkurpaya kar ke muje email par bheje mera email hai manishrajpurohit126@gmail.com
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