शिक्षकों ने इस बार मेहनत नहीं की, तो दसवीं का रिजल्ट बिगड़ने के आसार है। यह बात प्राचार्यो की समीक्षा बैठक में सामने आई। भोपाल में,नवीन कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शुक्रवार को जेडी डीएस कुशवाहा की अध्यक्षता में प्राचार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई थीं। बैठक में जिले के सभी संकुल प्राचार्य मौजूद थे। जिला शिक्षा अधिकारी चंद्रमोहन उपाध्याय ने परीक्षा की तिथि को नजदीक देखते हुए सभी प्राचार्यो से कहाकि कमजोर छात्रों की रेमीडियल (विशेष) कक्षाएं लगाना शुरु की जाएं। ताकि इस बार छात्रों का रिजल्ट पिछले वर्ष की अपेक्षा बेहतर हो सके। बैठक में प्राचार्यो ने अपनी समस्याएं भी रखी। प्राचार्यो का कहना है कि इस बार दसवीं कक्षा में बिना आठवीं बोर्ड पास किए बच्चे शामिल हुए हैं। इनमें अधिकांश बच्चों की नींव बहुत कमजोर है। पढ़ाने में भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ज्यादा सख्ती भी नहीं कर सकते। इससे कहीं इन बच्चों का इस बार रिजल्ट न बिगड़ जाए। प्राचार्यो की इस बात को आला अधिकारियों ने भी माना। लेकिन उनका कहना था कि पहले से ज्यादा बच्चों पर ध्यान देकर उनके कमजोर विषयों को मजबूत किया जाए। ताकि दसवीं का रिजल्ट पिछले वर्ष की अपेक्षा ज्यादा रहे। बैठक में राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान पर भी जोर दिया गया। बैठक में सभी संकुल प्राचार्यो को अब्राहम लिंकन का पत्र व पोस्टर भी बांटे गए। इन पोस्टरों को हर स्कूल में फ्रेम कराकर लगाना होगा(दैनिक जागरण,भोपाल,२७.११.२०१०)।
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