दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलसचिव ए.एम. अंसारी को उच्च शिक्षा मंत्री राकेश त्रिपाठी ने तत्काल प्रभाव से हटाने का निर्देश दिया है। मंत्री ने इस आशय का निर्णय कुलसचिव की कार्यप्रणाली से क्षुब्ध होकर लिया है। इसकी स्थानीय स्तर पर आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है लेकिन उच्च शिक्षा विभाग के प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी ने इसकी पुष्टि की है।
मिली जानकारी के अनुसार शासन ने कल कुलसचिवों की बैठक बुलायी थी। गोरखपुर विश्वविद्यालय की ओर से कुलसचिव ने अपने प्रतिनिधि के तौर पर परीक्षा नियंत्रक बी.एन. सिंह को भेजा था। कुलसचिव ने बैठक में अनुपस्थित रहने का कारण अपनी अस्वस्थता दिखायी थी। शासन ने इसे गंभीरता से लिया और यह पाया कि कुलसचिव अंसारी प्राय: ऐसा करते रहे हैं। मामले का संज्ञान उच्च शिक्षा मंत्री ने स्वयं ले लिया और कुलसचिव ए.एम. अंसारी को तत्काल प्रभाव से हटाने का निर्देश जारी किया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उच्च शिक्षा अनुभाग से इस आशय का फैक्स ब्यूरोक्रेट कुलपति के यहां आज शाम को ही आ गया।
उल्लेखनीय है कि कुलसचिव के खिलाफ शासन ने कर्मचारी संघ के पूर्व अध्यक्ष ब्रजभूषण मिश्र और कुशीनगर महाविद्यालय के शिक्षक डा. कौस्तुभ नारायण मिश्र की शिकायत पर जांच के निर्देश दिया था। दोनों मामलों में शासन को फिलहाल कोई रिपोर्ट अब तक नहीं भेजी गयी है(दैनिक जागरण संवाददाता,गोरखपुर,9.11.2010)।
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