उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार राज्य पुलिस बल के आधुनिकीकरण और उन्नयन के लिए 147 करोड़ रुपये खर्च कर रही है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने पुलिस विभाग के विभिन्न श्रेणी के पदों में व्याप्त विसंगतियों को दूर करने का भी निर्णय लिया है जिसके तहत अब कांस्टेबल को 1900 रुपए से बढ़ाकर 2000 रुपए प्रतिमाह, हेड कांस्टेबल को 2000 रुपए से बढ़ाकर 2400 रुपए और एएसआईएम को 2400 रुपए से बढ़ाकर 2800 रुपए का वेतन ग्रेड दिया जाएगा। इस संबंध में शासनादेश भी जारी कर दिया गया है। मायावती ने यहां पुलिस अलंकरण समारोह को संबोधित करते हुए कहा पुलिस के आधुनिकीकरण के लिए 147 करोड़ रुपए दिए गए हैं। उन्नयन कार्यो में पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण उपकरण, अस्त्र-शस्त्र, संचार तथा दंगा नियंत्रण उपकरणों की उपलब्धता शामिल है। मायावती ने इस अवसर पर 106 पुलिसकर्मियों को वीरता के लिए पुलिस पदकों, राष्ट्रपति पुलिस पदकों, तथा राष्ट्रपति के अग्निशमन सेवा पदकों से नवाजा। उन्होंने कहा कि पुलिस बल को मजबूत करने के लिए राजपत्रित अधिकारियों के कैडर का पुनरीक्षण कार्य कराया जा रहा है और प्रशिक्षण केंद्रों तथा फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशालाओं को भी उन्नत किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी थानों में कम्प्यूटर लगाया जा रहा है और ये सभी कम्प्यूटर एक-दूसरे से ऑनलाइन जुड़े होंगे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 70 पुलिस अधिकारियों तथा कर्मचारियों को स्वतंत्रता दिवस 2008 तथा गणतंत्र दिवस 2009 के अवसर पर दीर्घ एवं सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक प्रदान किए। इसके अलावा 23 पुलिसकर्मियों को वीरता के लिए पुलिस पदक, छह पुलिस अधिकारियों तथा कर्मियों को वीरता के लिए राष्ट्रपति का अग्निशमन सेवा पदक, पांच पुलिसकर्मियों को विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक तथा दो कर्मियों को वीरता के लिए अग्निशमन सेवा पदक प्रदान किया गया। मायावती ने कहा उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपनी लगन और समर्पण के बलूबते इस साल कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। इससे राज्य का सिर गर्व से ऊंचा हुआ है। उन्होंने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस को सजग रहने की जरूरत है क्योंकि कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर उनकी सरकार कोई समझौता नहीं करती। मुख्यमंत्री ने कहा राज्य पुलिस बल ने कुम्भ मेले और राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान तथा अयोध्या विवाद पर अदालत के फैसले के बाद शांति व्यवस्था बरकरार रखकर अपनी क्षमता प्रदर्शित की है। उन्होंने कहा कि केंद्र से किसी तरह की मदद नहीं मिलने के बावजूद उनकी सरकार ने अपने संसाधनों से पंचायत चुनावों को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराया(दैनिक जागरण,लखनऊ,29.11.2010)।
नई दुनिया की रिपोर्टः
मुख्यमंत्री मायावती ने प्रदेश के १०६ पुलिसकर्मियों को सम्मानित करते हुए उन्हें अपराध नियंत्रण के में पूरी क्षमता के साथ जुट जाने का आह्वान किया है । उन्होंने कहा कि जिन पुलिसकर्मियों को पदक से अलंकृत किया गया है उन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर दूसरों की रक्षा की । इन समारोहों से अन्य लोगों को भी ऐसे काम करने की प्रेरणा मिलती है । उन्होंने कहा कि ऐसे पुलिसकर्मियों से समाज में सुरक्षा का माहौल बनता है।
इंदिरा प्रतिष्ठान में आयोजित प्रदेश के पुलिस अधिकारियों के अलंकरण समारोह में रविवार को मुख्यमंत्री मायावती ने प्रदेश पुलिस की प्रशंसा की । उन्होंने कहा कि अयोध्या पर आए फैसले के दौरान पुलिस ने बिना केंद्रीय मदद के शांति बनाए रखने में सफलता प्राप्त की । उन्होंने कहा कि चाहे संयुक्त राष्ट्र संघ में तैनाती की बात हो या फिर पंचायत चुनाव कराने की, हर जगह उत्तर प्रदेश की पुलिस ने अपने झंडे गा़ड़े हैं ।
उन्होंने पुलिस के विभिन्ना पदों में व्याप्त वेतन विसंगतियों को दूर करते हुए कांस्टेबल पद का ग्रेड-पे १९०० रुपए से ब़ढ़ाकर दो हजार रुपए, हेड कांस्टेबिल का ग्रेड-पे २००० से ब़ढ़ाकर २४०० रुपए तथा एएसआईएम का २४०० से ब़ढ़ाकर २८०० रुपए करने की घोषणा की । उन्होंने बताया कि इस वर्ष के साथ हुई मुठभे़ड़ों में २०२ कुख्यात अपराधी मारे गए, छह सौ संगठित अपराधियों की जमानत निरस्त कराई गई और उनके पास से डे़ढ़ अरब रुपए की संपत्ति जब्त की गई । ६६ राष्ट्रविरोधी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनके पास से २८ लाख रुपए की जाली मुद्रा बरामद हुई ।
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