चौधरी चरण सिंह विवि विद्वत परिषद की शुक्रवार को हुई बैठक में कई मामलों को हरी झंडी दे दी गयी। पीएचडी की नई नियमावली का अनुमोदन कर दिया। वहीं, सत्र 10-11 से स्नातकोत्तर स्तर पर नये पैटर्न से परीक्षाएं कराने को भी हरी झंडी दे दी गयी है।
बैठक शुक्रवार को मेरठ में बृहस्पति भवन में वीसी प्रो. एनके तनेजा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में विवि परिसर, संबद्ध कालेजों व संस्थानों में संचालित विभिन्न विषयों के पाठ्यक्रमों में वर्तमान सत्र-10-11 से एक समान पाठ्यक्रम, एक समान पेपर तथा एक समान परीक्षा प्रणाली प्रारंभ करने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया। इस वर्ष स्नातकोत्तर स्तर पर नये पैटर्न से परीक्षाएं होंगी। इस पर भी मुहर लगा दी गयी। प्राचार्यो ने यह सुझाव भी रखा कि सेमेस्टर प्रणाली की परीक्षा कराने से पूर्व प्राचार्यो की भी एक बैठक करायी जाये। वीसी ने प्राचार्यो को आश्वासन दिया कि बैठक बुलाई जायेगी।
विवि से संबद्ध कालेजों व विवि परिसर के लिए पूर्व में निर्मित शोध-अध्यादेशों (पीएचडी की नियमावली) को यूजीसी के मानकों के अनुसार संशोधित अध्यादेश को गहन-मंथन के बाद अनुमोदित कर दिया। विवि परिसर व संबद्ध कालेज/संस्थानों में संचालित विभिन्न विषय के पाठ्यक्रमों के लिए शैक्षिक सत्र-2010-2011 से प्रभावी करने करने के लिए विभिन्न विषयों की संयुक्त पाठ्य समितियों (विवि परिसर एवं महाविद्यालय) द्वारा तैयार तथा संशोधित पाठ्यक्रमों का भी अनुमोदन कर दिया गया।बैठक में चौ. चरण सिंह विवि से संबद्ध कालेजों के विभिन्न विषयों के शोधार्थियों की पीएचडी की मौखिक परीक्षाएं विवि के विभागों में न कराकर पूर्व की भांति दुबारा कालेजों में ही सम्पन्न कराने पर परिषद ने मंथन किया। वहीं, प्रयोगात्मक व मौखिक परीक्षा तथा पीएचडी की मौखिक परीक्षा के लिए शुरू की गयी वीडियोग्राफी को खत्म कर पूर्व की भांति करने पर काफी देर तक विचार-विमर्श हुआ। साथ ही निर्णय लिया गया कि पूर्व की भांति नियमित कालेजों में मौखिक परीक्षाएं वहीं पर होंगी, लेकिन स्ववित्त पोषित संस्थानों में सभी कोर्स की मौखिक तथा प्रयोगात्मक परीक्षाएं वीडियोग्राफी के तहत ही करायी जाएंगी। वीडियो ग्राफी का व्यय कालेज/संस्थान स्वयं ही करेंगे। प्रेस प्रवक्ता एससी पिपलानी ने बैठक में लिये गये निर्णयों की जानकारी दी(दैनिक जागरण,मेरठ,27.11.2010)।
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