अगले महीने आयोजित होने वाली वकालत पूर्व परीक्षा के लिए आवेदन कर चुके अभ्यर्थी जोधपुर में परीक्षा केन्द्र की स्थापना को लेकर असमंजस में हैं। बार काउंसिल ऑफ इण्डिया ने इस सम्बन्ध में राज्य बार काउंसिल का आग्रह स्वीकार करने का भरोसा तो दिलाया है, लेकिन आघिकारिक रूप से कोई घोषणा नहीं की गई।
बीसीआई ने जोधपुर में परीक्षा आयोजित करवाने से पूर्व आवश्यक तैयारियों के सम्बन्ध में भी राज्य बार काउंसिल से फिलहाल कोई मशविरा नहीं किया। यह बात दीगर है कि राज्य बार काउंसिल खुद इसको लेकर शुरू से ही काफी गंभीर है। काउंसिल के अध्यक्ष संदीप मेहता ने बीसीआई अध्यक्ष गोपाल सुब्रमण्यम से इसके लिए कई मर्तबा आग्रह भी किया और इसके जवाब में बीते दिनों बीसीआई ने जोधपुर में भी परीक्षा केन्द्र स्थापित करने का भरोसा दिलाया था, लेकिन अभी तक इसको लेकर तस्वीर साफ नहीं हो पाई है।
शामिल नहीं जोधपुर
बार काउंसिल ऑफ इण्डिया ने परीक्षा कार्यक्रम जारी करने के साथ ही उन 27 शहरों के नाम भी घोषित कर दिए थे, जहां बार परीक्षा आयोजित की जानी है, लेकिन इस सूची में जोधपुर का नाम नहीं है। राजस्थान में अकेले जयपुर को ही परीक्षा केन्द्र के रूप में चुना गया है।
दो भाषाओं में पाठ्यसामग्री
वकालत पूर्व परीक्षा का आयोजन नौ भाषाओं में किया जाएगा। इसमें हिन्दी, तेलगू, तमिल, कन्नड़, मराठी, बंगाली, गुजराती, उडिया और अंग्रेजी शामिल हैं। बीसीआई ने शुरूआत में ही एलान कर दिया था कि अभ्यर्थियों को उनकी चयनित भाषा में पाठयसामग्री मुहैया करवाई जाएगी, लेकिन फिलहाल अंग्रेजी और गुजराती भाषा में ही पाठ्यसामग्री उपलब्ध करवाई जा रही है। बीसीआई की व्यवस्थाओं में गड़बड़ी का आलम यह है कि यह सामग्री भी ऑनलाइन ही प्राप्त की जा सकती है। बार काउंसिल अपने वादे के मुताबिक अभी तक सभी अभ्यर्थियों को मुद्रित पाठ्यसामग्री भी मुहैया नहीं करवा सकी(राजस्थान पत्रिका,जोधपुर,10.11.2010)।
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