सीबीएसई स्कूलों के छात्र अब अपनी रुचि के अनुसार जमा एक कक्षा में विषयों का चुनाव कर पाएंगे। अगले सत्र से दाखिला लेने वाले छात्रों का ग्लोबल एप्टीट्यूड टेस्ट होगा। इसके तहत छात्रों से ऐसे सवाल पूछे जाएंगे जिससे उनकी रुचि का पता चल सकेगा। प्रदेश में इस समय 150 से ज्यादा सीबीएसई स्कूल हैं।
बोर्ड के अनुसार दसवीं कक्षा में अधिक अंक लाने वाले छात्रों पर अभिभावक जमा एक में साइंस विषय लेने के लिए दबाव बनाते हैं, जबकि कई बार अधिक अंक लाने पर भी छात्रों की इन विषयों मंे रुचि नहीं होती।
ऐसे में एप्टीट्यूड टेस्ट से इन छात्रों की रुचि का पता लगाया जाएगा। प्रदेश के स्कूलों में अगले सत्र से इसे शुरू किया जाएगा। इसके लिए स्कूलों को बोर्ड की ओर से दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। बोर्ड के सूत्रों के अनुसार पहले चरण में इसे फिलहाल अनिवार्य नहीं किया गया है।
छात्र-अभिभावकों की अनुमति के बाद ही इसे लागू किया जाएगा। लेकिन, अध्यापकों के समर्थन को देखते हुए जल्द ही इसे अनिवार्य रूप से लागू किया जाएगा। अध्यापकों का कहना है कि इससे छात्रों को उनकी रुचि के अनुसार विषय चुनने और करियर बनाने में मदद मिलेगी। रुचि वाले विषय पढ़ने से वे इन विषयों की बेहतर पढ़ाई कर पाएंगे। दयानंद पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल का कहना है कि सीबीएसई से इस बारे में दिशा-निर्देश जारी हुए हैं(दैनिक भास्कर,शिमला,21.11.2010)।
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