स्थानान्तरण नीति बनेगी
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में एक ही पटल पर 10 वर्षो से तैनात तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मी स्थानान्तरित हो जाएंगे। कुलपति पी.के. महांति के निर्देश पर कमेटी ने इस आशय की रिपोर्ट तैयार कर लिया है। कुलपति के इस निर्णय से तृतीय श्रेणी के 56 और चतुर्थ श्रेणी के 67 अर्थात कुल 123 कर्मियों के पटल परिवर्तित हो जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ ने कुलपति से एक ही पटल पर 10 वर्षो से तैनात कर्मियों के पटल परिवर्तन और स्थानान्तरण नीति बनाने की मांग की थी। संघ ने इसके पीछे अधिकारियों की मनमानी और कर्मचारियों के साथ हो रहे अन्याय का तर्क दिया था। कुलपति को संघ की मांग अच्छी लगी और उन्होंने फौरी तौर पर कमेटी गठित कर 3 नवम्बर तक रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। कमेटी ने 3 तक नहीं पर गुरुवार को बैठक कर रिपोर्ट तैयार कर लिया है। माना जा रहा है कि आज कुलपति ने इस पर मुहर लगा दी है। कमेटी की बैठक में कुलसचिव, वित्त अधिकारी और परीक्षा नियंत्रक मौजूद थे। वहीं कुलपति ने गुरुवार को संघ के पदाधिकारियों से यह भी कहा कि इसी सप्ताह स्नानान्तरण नीति भी बन जाएगी, जिससे किसी को शिकायत को मौका न मिले और कर्मचारियों के साथ अन्याय न हो।
कर्मचारियों का 40 प्रतिशत एरियर भुगतान स्वीकृत
कुलपति ने गुरुवार को विश्वविद्यालय के तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का 40 प्रतिशत एरियर भुगतान स्वीकृत कर दिया। यह सही है कि दीवाली पर कर्मचारियों को यह पैसा भले ही नहीं मिला पर कुलपति के निर्णय से दीवाली के बाद खुश होने का मौका मिल गया। कुलपति ने संघ के पदाधिकारियों के सामने गुरुवार को एरियर देने सम्बंधी फाइल पर हस्ताक्षर किया।
अभिरक्षक व अधीक्षक को आवास खाली करने के निर्देश
कुलपति ने रानी लक्ष्मीबाई छात्रावास की पूर्व अभिरक्षक प्रो. सुमित्रा सिंह और अधीक्षक डा. मंजू त्रिपाठी को तीन दिन के भीतर आवास खाली करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही कुलसचिव को निर्देशित किया कि जितने दिन से ये लोग अनधिकृत रूप से रह रहे थे, उतने दिन का पैनल रेंट से किराया वसूली की जाय। कुलसचिव ने सम्पत्ति अधिकारी को पैनेल रेन्ट तैयार करने का निर्देश दिया है।
लल्लन राय की बहाली तय
विवि के निलंबित डिग्री सेक्शन के प्रभारी लल्लन राय के निलंबन वापसी का रास्ता साफ हो गया है। संघ के पदाधिकारियों से वार्ता के दौरान कुलपति ने गुरुवार को कहा कि शनिवार तक निलंबन वापस ले लिया जाएगा। चूंकि कुलपति ने स्वयं यह बात कही है, ऐसे में अब माना जा रहा है कि श्री राय की बहाली तय है।
बीपीएड की परीक्षाएं अब दीक्षा भवन में
विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक ने बताया है कि बीपीएड की शेष परीक्षाएं अब दीक्षा भवन में होंगी। प्रथम प्रश्नपत्र की परीक्षा विधि विभाग और राजनीतिशास्त्र विभाग में हुई थी। अभ्यर्थी अगला प्रश्नपत्र दीक्षा भवन स्थित केन्द्र पर देंगे(दैनिक जागरण संवाददाता,गोरखपुर,12.11.2010)।
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