रविवार को रांची में आयोजित केंद्रीय समिति की बैठक में झारखंड राज्य के विभिन्न संगठन एवं प्रतिनिधियों ने अविलंब अपने संवैधानिक हक को प्राप्त करने के लिए निर्णायक लड़ाई प्रारंभ करने के पक्ष में सवाल किये.
इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय बांग्ला भाषा महासभा नयी दिल्ली के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ दिलीप सेन, झारखंड बांग्ला अकादमी के अध्यक्ष निर्मेलेंदु सेन, बंग परिषद के केंद्रीय अध्यक्ष चंदन मित्रा, झारखंड बंगाली समिति के सिद्धार्थ राय, डॉ निमाई दास बनर्जी ओद ने अपने वक्तव्य रखे. जिसमें बांग्लाभाषियों‘को एकजुट होकर लड़ाई लड़ने का आह्वान किया गया.
सभा की अध्यक्षता बंग परिषद के केंद्रीय अध्यक्ष चंदन मित्रा ने किया. उन्होंने वर्ष 2005 में शुरू की गयी बांग्लाभाषियों के आंदोलन का अविलंब उसी प्रकार का आंदोलन पुन: प्रारंभ करने की आवश्यकता पर बल दिया. श्री मित्रा के प्रस्ताव का सभा द्वारा जोरदार समर्थन करते हुए सभी प्रखंडों, गांवों एवं जिलों में जनसंपर्क अभियान चलाने एवं रांची में विशाल रैली आयोजित करने का प्रस्ताव पारित किया गया(प्रभात खबर,जमशेदपुर,30.11.2010).
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