विश्र्वविद्यालय शिक्षकों को छठे वेतनमान (यूजीसी पुनरीक्षित वेतनमान) देने की अधिसूचना शनिवार को जारी कर दी गई। यह वेतनमान देने को लेकर मुंडा सरकार ने अपनी पहली कैबिनेट बैठक में निर्णय लिया था। इस वेतनमान का लाभ प्रदेश के पांचों विश्र्वविद्यालयों के लगभग 3,500 शिक्षकों के अलावा संबद्ध व अल्पसंख्यक कालेजों के 1,500 शिक्षकों को मिलेगा। नए वेतनमान में अब प्रोफेसर का वेतन 85,000 से एक लाख 15 हजार, रीडर का वेतन 46,000 से 70 हजार तथा व्याख्याता का वेतन 36 से 45 हजार के बीच होगा। छठा वेतनमान एक जनवरी 2006 से प्रभावी होगा, लेकिन राज्य सरकार को वेतन देने की जिम्मेदारी एक अप्रैल 2010 से ही होगी। बकाया भुगतान की 80 फीसदी राशि केंद्र सरकार तथा 20 प्रतिशत राज्य सरकार वहन करेगी। क्या है टेट जिस तरह विश्र्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा व्याख्याता नियुक्ति के लिए राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) आयोजित की जाती है या राज्यों द्वारा राज्य पात्रता परीक्षा (स्लेट) आयोजित की जाती है, इसी तरह अब शिक्षक नियुक्ति के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) परीक्षा आयोजित की जाएगी। यह परीक्षा एनसीटीई के दिशा-निर्देशों के अधीन राज्य सरकार आयोजित करेगी(दैनिक जागरण,रांची,21.11.2010)।
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