राज्य में जल्द ही राष्ट्रीय ग्रामीण सेहत मिशन के तहत 199 आयुर्वेदिक डाक्टरों की भर्ती की जाएगी। भर्ती संबंधी होने वाला टेस्ट बाबा फरीद यूनिवर्सिटी फरीदकोट द्वारा लिया जाएगा। इस बात का खुलासा राज्य की स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री प्रो. लक्ष्मी कांता चावला ने किया। वह मंगलवार को बठिंडा में खुलने वाले आयुर्वेदिक अस्पताल का नींव पत्थर रखने के लिए आई थीं। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी राष्ट्रीय ग्रामीण सेहत मिशन के अधीन 211 आयुर्वेदिक डाक्टरों की भर्ती की जा चुकी है। सेहत मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा दी जा रही ग्रांट के चलते राज्य के पांच जिलों (लुधियाना, जालंधर, अमृतसर, बठिंडा व पटियाला) में आयुर्वेदिक अस्पताल खोले जा रहे हैं। इसके अलावा चंडीगढ़ में राज्य की पहली आयुर्वेदिक लैब खोल दी गई है, जिसमें मामूली से खर्च पर खाद्य पदार्थो का टेस्ट किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लैब को खुले अभी चार माह ही हुए हैं और 280 सैंपल उक्त लैब में टेस्ट किए जा चुके हैं। केंद्र सरकार की स्कीम सेलेक्शन ड्रग के तहत अब तक 25 लाख रुपये की आयुर्वेदिक दवा बन चुकी है व करीब 23 लाख रुपये की आयुर्वेदिक दवा जल्द तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि अब आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी व अस्पतालों में दवा की कमी नहीं होगी। आयुर्वेदिक विभाग के डायरेक्टर राकेश शर्मा ने कहा कि लोगों का विश्वास आयुर्वेद में बढ़ाने के लिए पंजाब में चौथा आयुर्वेदिक मेला 18 से 22 दिसंबर तक अमृतसर में लगाया जा रहा है। पंजाब के किसानों को भी विभाग द्वारा जागरूक किया जाएगा कि किसान मेडिकल प्लांट से संबंधित खेती करें। जिसके लिए विभाग द्वारा एक नए बोर्ड का गठन किया जाएगा। इसके अलावा होशियारपुर में भी जल्द ही आयुर्वेदिक अस्पताल का नींव पत्थर रखा जाएगा(दैनिक जागरण,बठिंडा,8.12.2010)।
बहुत अच्छी खबर है। धन्यवाद।
जवाब देंहटाएं