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20 दिसंबर 2010

ब्रिटेन और श्रीलंका से जुड़ेंगे मध्यप्रदेश के 8 स्कूल

प्रदेश के आठ सरकारी स्कूलों के बच्चे अब ब्रिटेन और श्रीलंका के स्कूली छात्रों से अपने प्रोजेक्ट और रोज होने वाली पढ़ाई की चर्चा करेंगें । बच्चे एक-दूसरे से अच्छे अंक पाने के नए तरीके औरसंस्कृतियों की जानकारियों का आदान प्रदान भी करेंगे।

ब्रिटिश काउंसिल दिल्ली इंटरनेट के जरिए भोपाल और होशंगाबाद के चार-चार स्कूलों को वहां के क्लस्टर स्कूल से जोड़ने जा रहा है। इसके लिए प्रदेश के दो प्राचार्यो को ब्रिटेन में बुलाया गया है। ब्रिटिश काउंसिल दिल्ली ने होशंगाबाद के शासकीय एसएनजी स्कूल, शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल डोलरिया, बालक स्कूल इटारसी और मिडिल स्कूल बांद्राभान के साथ भोपाल के चार स्कूलों का चयन विदेशी क्लस्टर के लिए किया है।

यह स्कूल ब्रिटेन और श्रीलंका के चार क्लस्टर स्कूलों से वहां की शिक्षा संस्कृति का आदान प्रदान इंटरनेट के माध्यम से करेंगे। ब्रिटिस काउंसिल इन स्कूलों को 6 हजार पौंड (ढाई लाख रुपए) पहली साल खर्च करने के लिए देगा। इसके माध्यम से इन स्कूलों में इंटरनेट कम्प्यूटर और अन्य तकनीकी सुविधाएं जुटाई जाएंगी। क्लस्टर स्कूलों के प्राचार्य बच्चों के गाइड होंगे।

ब्रिटिश काउंसिल और स्कूल अपनी वेबसाइट के जरिए बच्चों की बातचीत कराएगा।

ब्रिटेन से सीखेंगे पढ़ाई के तरीके

ब्रिटिश काउंसिल की ओर से होशंगाबाद जिले के डोलरिया हायर सेकंडरी स्कूल के प्राचार्य राजेश गुप्ता और सुभाष हायर सेकंडरी स्कूल के प्राचार्य राजेश तिवारी ब्रिटेन जाएंगे। प्राचार्य राजेश गुप्ता ने बताया कि ब्रिटेन में वहां की शिक्षा पद्धति का विशलेषण करेंगे और पढ़ाई के नए तरीके सीखेंगे। यहां की शिक्षा से जो हटकर और नया होगा उसकी प्रक्रिया समझकर यहां प्रयोग किया जाएगा। 

ब्रिटिस काउंसिल का उद्देश्य तीन देशों के स्कूलों को जोड़कर ग्लोबल शिक्षा और आपसी सौहार्द बनाने का है(अभिषेक श्रोती,दैनिक भास्कर,होशंगाबाद,20.12.2010)।

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