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25 दिसंबर 2010

डीयूःशिक्षक संगठनों में एएडी अब भी भारी

डीयू में इग्जेक्यूटिव काउंसिल (ईसी) और ऐकडेमिक काउंसिल (एसी) के नतीजे कई मायनों में खास रहे हैं। डीयू टीचर्स असोसिएशन (डूटा) पर शिक्षक संगठन एएडी का कब्जा है और सेमेस्टर मसले पर यूनिवर्सिटी से मिली करारी शिकस्त के बाद यह कहा जा रहा था कि इस चुनाव में एएडी का पत्ता साफ हो जाएगा। अभी तक जो नतीजे आए हैं, उनसे लगता है कि एएडी अब ईसी व एसी में अपनी सारी सीटें बचाने में कामयाब हो जाएगी। यह बात अलग है कि इस बार ईसी- एसी में एएडी के कैंडिडेट नंबर एक की कुर्सी हासिल नहीं कर पाए लेकिन संभावना है कि सीटों के मामले में इस बार भी संगठन का रिजल्ट शत प्रतिशत रहेगा।
उधर, ईसी में डीटीएफ के राजीव रे ने पहला स्थान हासिल करके इतिहास रचा है। एसी में भी चौंकाने वाले नतीजे सामने आ रहे हैं। निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़े शिवाजी कॉलेज के डॉ. वीरेंद्र भारद्वाज ने पहला स्थान हासिल किया। डॉ. भारद्वाज एनडीटीएफ से जुड़े हुए थे लेकिन उन्होंने इस बार चुनाव निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ा है।
ईसी में दो शिक्षक प्रतिनिधियों का चुनाव होता है। डीटीएफ के राजीव रे तो पहले दौर (फर्स्ट प्रेफ्रेंस) की वोटिंग में ही विजेता घोषित कर दिए गए। उन्होंने रेकॉर्ड 2262 वोट हासिल किए। एएडी के डॉ. एस. सी. पांडा 1677 वोट लेकर दूसरे स्थान पर चल रहे हैं। एएडी का कहना है कि शनिवार को जब फिर से काउंटिंग शुरू होगी तो डॉ. पांडा की जीत की औपचारिकता भी पूरी हो जाएगी। ईसी में तीसरे स्थान पर चल रहे एनडीटीएफ के श्री प्रकाश सिंह 1227 वोट लेकर काफी पीछे हैं और इस बात की संभावना न के बराबर है कि वे दूसरे नंबर पर पहुंच सकेंगे।

यूनिवर्सिटी के जानकारों का कहना है कि पिछली बार कांग्रेस समर्थिक शिक्षक इकाई इंटेक का कैंडिडेट भी ईसी के लिए मैदान में था लेकिन इस बार इंटेक ने ईसी के लिए किसी को नहीं उतारा। हालांकि एएडी भी कांग्रेस विचारधारा वाला शिक्षक संगठन है लेकिन माना जा रहा है कि इंटेक के वोट एएडी के बजाए डीटीएफ के पाले में भी गए। 
एसी चुनाव की बात करें तो फर्स्ट प्रेफ्रेंस में पांच कैंडिडेट जीत पाए। इनमें डॉ. वीरेंद्र भारद्वाज 306 वोट लेकर सबसे आगे रहे। उनकी इस धमाकेदार जीत का अंदाजा शायद किसी को नहीं था क्योंकि यूनिवर्सिटी में शिक्षक संगठनों के कैंडिडेट को पछाड़कर निर्दलीय का नंबर एक बनना वाकई आश्चर्यजनक है। एएडी के कैंडिडेट ने एसी में अच्छा प्रदर्शन किया है। दूसरे और तीसरे नंबर पर एएडी के कैंडिडेट रहे हैं। राजेश कुमार झा और एम. आर. छिकारा ने एसी में दूसरा व तीसरा स्थान हासिल किया है। फर्स्ट प्रेफ्रेंस में जीत का कोटा 241 वोटों का तय किया गया था। जिसे पांच कैंडिडेट ही पार कर पाए। 
एसी में 26 शिक्षक प्रतिनिधियों का चुनाव होना है। शनिवार को दूसरे दौर की गिनती होगी। खास बात यह है कि पहले दौर की गिनती के बाद डीटीएफ व एनडीटीएफ का कोई कैंडिडेट अपनी जीत तय नहीं कर पाया। अब शनिवार को दूसरे दौर की गिनती के बाद इन संगठनों के कैंडिडेट की जीत का फैसला होगा(नवभारत टाइम्स,दिल्ली,25.12.2010)।

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