बीएड कालेजों की गलत रिपोर्ट देकर शासन को गुमराह करने वाले निरीक्षणकर्ता प्रोफेसर निशाने पर आ गए हैं। विभाग द्वारा स्टार लगे कई कालेजों की दोबारा जांच कराने का निर्णय लिया है। विभाग ने इस विशेष जांच के लिए राज्य स्तरीय दल बनाया है। इस दल द्वारा कालेजों को क्लीन चिट देने पर गलत रिपोर्ट देने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्यवाही निश्चित मानी जा रही है। बीएड काउंसलिंग के पहले विभाग द्वारा कालेजों की सूची जारी करते ही बवाल मच गया है। विशेषकर वे कालेज संचालक विभाग में पहुंच गए हैं, जिनके नाम के आगे स्टार लगाया गया है। इन कालेज संचालकों ने निरीक्षणकर्ताओं पर भेदभाव के आरोप लगाते हुए प्रमुख सचिव को शिकायत की है। असलियत परखने विभाग ने सात कालेजों के लिए अलग-अलग दल गठित कर दिए हैं। यह दल औचक निरीक्षण कर विभाग को शुक्रवार को अपनी रिपोर्ट देंगे। इनमें राजीव गांधी भोपाल, वर्धमान इटारसी, केशव कालेज टीकमगढ़, वर्धमान कटनी, क्रिस्ट कालेज ब्यावरा एवं शिखर टीचर ट्रेनिंग नीमच शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक इनके अलावा ऐसे कालेजों का भी निरीक्षण विभाग द्वारा नए सिरे से कराया जा रहा है, जिन्हें कमेटियों ने सही बताया है। जबकि विभाग के आला अफसरों को इनके खिलाफ शिकायत मिली है। ऐसे कालेजों का निरीक्षण कराने के पीछे भी विभाग की मंशा गलत रिपोर्ट देने वालों को पकड़ना है। बारीकी से देखे जाएंगे कालेज : इस क्रास चेक के दौरान राज्य स्तरीय दल द्वारा हर सुविधा पर बारीक नजर रखी जाएगी। सभी मापदंड पर कालेजों को कसा जाएगा। साथ ही पूर्व में निरीक्षण के बाद दी गई रिपोर्ट से भी इनका मिलान किया जाएगा। कालेज संचालक किसी तरह से गुमराह न कर सकें, इसका ध्यान भी इस क्रास चेक में रखा जाएगा। इसके तहत यह भी देखा जाएगा कि कालेज ने निरीक्षण के बाद तो कमी पूर्ति न कर ली हो(दैनिक जागरण,भोपाल,31.12.2010)।
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