मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

03 दिसंबर 2010

आईटी में प्रशिक्षण

इसमें कोई शक नहीं कि देश-विदेश में आईटी का जादू सिर चढ़कर बोल रहा है। हर आईटी कंपनी इस वक्त बड़े पैमाने पर युवाओं की भर्ती में लगी हुई है। चाहे कैंपस प्लेसमेंट हो या सीधे तौर पर चयन प्रक्रिया, चारों ओर आईटी वालों की ही पूछ दिखाई पड़ रही है। जाहिर है, इसका नतीजा है आईटी की ओर युवाओं का आकर्षित होना और एक भेड़ चाल सी स्थिति का बन जाना। इसके कारण जगह-जगह ऐसे प्राइवेट आईटी ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट अस्तित्व में आ गए हैं जो सिर्फ मोटी फीस वसूल रहे हैं और ट्रेनिंग के नाम पर कुछ नहीं दे रहे हैं। इनके सर्टिफिकेट्स के आधार पर नौकरी मिलनी तो बहुत दूर की बात है। इसका सबसे ज्यादा नुकसान युवाओं को ही झेलना पड़ रहा है। प्रस्तुत लेख में हम चर्चा करेंगे आईटी के क्षेत्र के विभिन्न कॅरिअर विकल्पों की और इनमें किस तरह की शैक्षिक योग्यताओं की जरूरत होगी तथा आईटी के किन विशिष्ट विभागों में जॉब्स की तलाश की जा सकती है।

वैसे यहां यह बताना भी गलत नहीं होगा कि आईटी का उपयोग हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में इतना अधिक होने लगा है कि इसके बिना सामान्य जिंदगी की कल्पना भी कर पाना मुश्किल है। इनमें डेटा स्टोरेज-एनालिसिस- क्लासिफिकेशन, बिजनेस एप्लिकेशन, डिजाइनिंग, वर्ड प्रोसेसिंग, पब्लिशिंग, इंटरनेट सर्फिंग, वीडियो चेटिंग, मोबाइल एप्लिकेशन आदि का उल्लेख खासतौर पर किया जा सकता है। इसके अलावा इंडस्ट्री और बिजनेस में न जाने कितने ही आईटी के उपयोग हैं।

आइए अब बात करते हैं इस क्षेत्र के विभिन्न रोजगार अवसरों और उनके लिए जरूरी ट्रेनिंग परः

सिस्टम एनालिस्ट एंड डिजाइनर- इनका काम बिजनेस की समस्याओं की पहचान करना और आईटी के जरिए उसका समाधान बाकायदा मॉडल डिजाइन कर इनस्टॉल करने पर आधारित होता है। इसके लिए जरूरी है कि आईटी के साथ बिजनेस से जुड़ी समझ भी हो। डिजाइनर्स बनने के लिए जरूरी है कि बीई (आईटी) सरीखी डिग्री हो। इनके काम में विशिष्ट प्रकार के सिस्टम के मुताबिक डिजाइनिंग करना शामिल होता है।

सॉफ्टवेयर इंजीनियर एंड डिजाइनिंग- ये बड़े जटिल सॉफ्टवेयरों को तैयार करने और खराब होने पर उनको सुधारने संबंधित जॉब्स पर काम करते है। इनका काम काफी विशेष प्रकार का होता है। यही कारण है कि सॉफ्टवेयर से संबंधित एडवांस ट्रेनिंग के साथ एमसीए (सॉफ्टवेयर) अथवा सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की डिग्री इनके लिए आवश्यक है।

टेक्निकल सपोर्ट एक्सपर्ट्स- बड़ी कंपनियों में कस्टमर सपोर्ट के लिए भी इस तरह के एक्सपर्ट्स की जरूरत पड़ती है। ये कॉल सेंटर्स या साइट विजिट के जरिए दिक्कतों को सुलझा देते हैं। अनुभवी और सॉफ्टवेयर तथा प्रोग्रामिंग के माहिर लोगों को इस तरह के जॉब्स की ऑफर मिलती हैं।

आरएंडडी एक्सपर्ट्स- आईटी ही नहीं कंप्यूटर प्रोग्रामिंग एवं सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट में भी शोध एवं अनुसंधान करते रहना जरूरी है । इसके लिए हरआईटी कंपनी को आरएंडडी पर खर्च करना पड़ता है।

कंप्यूटर मैन्युफैक्चरिंग जॉब्स- आईटी प्रोफेशनल्स के लिए कंप्यूटर निर्माता कंपनियों में भी काफी अवसर हो सकते हैं। आजकल के कंप्यूटर्स आईटी फ्रेंडली होने के अलावा नेटवर्किंग तथा कई अन्य तरह के उपयोग को भी सपोर्ट करने वाले होते हैं। यही कारण है कि मैन्युफैक्चरिंग के समय भी आईटी एक्सपर्ट्स की जरूरत इन कंपनीज को होती है। 

नेटवर्किंग में जॉब- देश-विदेश में फैले कंपनियों के कारोबार को कंप्यूटर के जरिए नेटवर्किंग के माध्यम से ही जोड़ा जाता है। यह बहुत ही महत्वपूर्ण होता है किसी भी कंपनी को अपने समूचे कामकाज पर नजर रखने और आवश्यक निर्देश देने के लिए। रेलवे, बुकिंग इत्यादि इसके सबसे महत्वपूर्ण उदाहरण के रूप में बताए जा सकते हैं। डेटा वेयर हाउसिंग एंड मैनेजमेंट- वर्तमान सूचना क्रांति के इस युग में विस्फोटक गति से आने वाली सूचनाओं का भंडारण एवं प्रबंधन का काम काफी महत्वपूर्ण हो गया है। समय रहते सूचना का उपयोग और उसका सही तरह से वर्गीकरण करना भी एक खास फील्ड है। इसके लिए भी आईटी में पारंगत लोगों की ही आवश्यकता पड़ती है। इनके पास बीटेक से लेकर एमसीए तक की डिग्री हो सकती है।

ई-कॉमर्स- दुनिया भर में ट्रेड और व्यापार का माध्यम ई-कॉमर्स होता जा रहा है। सुविधाजनक और कम वक्त के अलावा इसमें मानव संसाधन की जरूरत काफी कम होती है। यह लागत की दृष्टि से भी काफी सस्ता पड़ता है। हर व्यावसायिक स्थापना को आने वाले समय में इसके ट्रेंड लोगों की जरूरत पड़ेगी। इस तरह के जॉब्स के लिए एमबीए (आईटी) डिग्री धारकों की जरूरत पड़ती है।


इन्फार्मेशन टेक्नोलॉजी मैनेजर- कंपनी में आईटी प्रोफेशनल की जरूरत के मुताबिक नियुक्तियों का काम इनके जिम्मे होता है। इसके अलावा इनकी इन हाउस ट्रेनिंग इत्यादि की व्यवस्था का जिम्मा भी इन पर होता है(अशोक सिंह,नई दुनिया,दिल्ली,29.11.2010)।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।